दुर्गा शप्तशती का होगा पाठ
सीनियर एडवोकेट त्रिवेदी ने बताया कि इस बार नवरात्र मंदिर में 101 ज्योतिकलश स्थापित किए जाएंगे। नवरात्र के नौ दिनों दुर्गासप्तशती का पाठ होगा। बैठक में सचिव शशिकांत मिश्रा, उपाध्यक्ष शरद अग्रवाल, अनिल पाल, राहुल चौरसिया, सुरेश आहूजा, जयकांत उपाध्याय, आशीष त्रिवेदी, दीपचंद साहू, लीलाधर रैकवार मौजूद थे।
बगलामुखी मठ में स्थापित होंगे 1100 ज्योति कलश
चैत्र नवरात्र पर बगलामुखी मठ में कोरोना के चलते इस वर्ष भक्तों को माता के दर्शन दूर से होंगे, लेकिन अखंड ज्योतिकलश की संख्या पहले से कम नहीं होगी। मंदिर समिति के मनोज सेन ने बताया कि हर साल नवरात्रों में यहां 1100 कलशों की स्थापना शहर और शहर से बाहर रहने वाले भक्त कराते हैं।
21 साल पहले हुई थी स्थापना
पुजारी ब्रह्मचारी चैतन्यानंद महाराज ने बताया कि मंदिर का भूमिपूजन 18 जुलाई 1999 को हुआ और 7 फरवरी 2000 को शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने मां पीतांबरा की स्थापना की। इसके दूसरे दिन ही शंकराचार्य आश्रम का शुभारम्भ हुआ। मंदिर दक्षिण भारतीय शैली पर तैयार किया गया है। दोनों नवरात्र के अलावा कार्तिक माह के बाद शत्रुनाशक यज्ञ, पौष में सूर्य अर्चन, वैशाख में पंच महाआरती, सावन में शिव महापुराण और शिवलिंग निर्माण और श्रीमद् भागवत कथा के साथ ही गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम में शामिल होने हर वर्ग के लोग पहुंचते हैं।