Namami Narmade Project : 2023 में हुई थी घोषणा, सर्वेक्षण के बाद कंसल्टेंट ने शुरू किया काम
योजना की घोषणा 26 जनवरी 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा की गई थी। दो साल बाद कंसल्टेंट की नियुक्ति से लेकर डीपीआर का काम शुरू हुआ है। पहले तो परियोजना में राजस्व विभाग की तरफ से ढिलाई बरती गई। जिन स्थानों को इसमें शामिल किया गया है, उनकी पूरी जानकारी जुटाने के साथ उनके सीमांकन में देरी से डीपीआर का काम अटका रह गया।Namami Narmade Project : सौंपी गई इंस्पेक्शन रिपोर्ट
इस योजना के लिए एजेंसियों को इंस्पेक्शन रिपोर्ट तैयार करनी थी। जब वह जमा कर दी गई, तब आगे की कार्यवाही शुरू हुई। रिपोर्ट में योजना में शामिल क्षेत्र और उनका क्षेत्रफल का विस्तृत ब्यौरा तैयार किया गया है। इसमें आने वाले मार्गों की जानकारी और उन्हें जोडऩे के स्थान भी शामिल किए गए हैं। अब इस रिपोर्ट के आधार पर कंसल्टेंट डीपीआर तैयार करेंगे। इस पर काम शुरू हो गया है। मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।Namami Narmade Project : एक हजार करोड़ की योजना
इस परियोजना पर एक हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इसमें जमतरा, उमा घाट, गौरीघाट, जिलहरी घाट, तिलवारा घाट, खारीघाट, कालीघाट प्रमुख है। इन सभी घाटों का विकास किया जाएगा। उपयुक्त स्थानों पर रिवर फ्रंट का विकास किया जाएगा। इनके बनने से एक नया पर्यटन केंद बनकर सामने आएगा। इस काम में नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन के संपूर्ण पहलूओं को ध्यान में रखने सीएसआइआर- एनईईआरआई नागपुर को पर्यावरण सलाहाकार के रुप में नियुक्त किया गया है।Namami Narmade Project : यह है स्थिति
● 01 हजार करोड़ की परियोजना।● 17 घाट किए गए हैं शामिल।
● 26 जनवरी 2023 को हुई थी घोषणा।
● 29 जनवरी 2023 को डीपीआर के लिए निविदा बुलाई।
● 2024 मार्च में वित्तीय प्रस्ताव खोलने मिली अनुमति।
Namami Narmade Project : योजना के उद्देश्य
● पर्यटन केंद्र के रूप में होगा विकास।● घाटों का उन्नयन और उनकी सफाई।
● आसपास के लोगों को मिलेगा रोजगार।
● नालों के पानी को रोकने एसटीपी का निर्माण।
- राजेंद्र चंदेल, डिवीजनल मैनेजर, एमपीआरडीसी