इतनी महंगी हो सकती है बिजली
बिजली कंपनियों ने जो याचिका पेश की है उसमें अलग अलग स्लैब में प्रति यूनिट बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। जो इस प्रकार है… 51- 150 यूनिट तक – वर्तमान दर 5.23/रुपये है जिसे बढ़ाकर 5.62 करने का प्रस्ताव है और इस तरह से प्रति यूनिट 39 पैसे प्रति की बढ़ोत्तरी हो सकती है। 150-300 यूनिट तक – वर्तमान दर 6.61/रुपये है जिसे बढ़ाकर 7.11 करने का प्रस्ताव है और इस तरह से 50 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी इस स्लैब में हो सकती है। 300 यूनिट से ज़्यादा – वर्तमान दर 6.80 रुपये प्रति यूनिट है जिसे बढ़ाकर 7.11 रूपए प्रति यूनि करने प्रस्ताव है इस तरह 31 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी इस स्लैब में हो सकती है।
बिजली कंपनियों का तर्क
बिजली मामलों के जानकार राजेंद्र अग्रवाल ने बताया याचिका में कहा गया है कि बिजली कंपनियां को 2023-24 में 54637 करोड़ रुपए की आय हुई है और 54637 करोड़ का ही खर्च हुआ है लेकिन 2025-26 में बिजली कंपनियों ने अतिरिक्त राशि की जरूरत बताई है। बिजली कंपनियों का कहना है कि उन्हें 2025-26 में 58744 करोड़ रुपए की जरूरत पड़ेगी, इसलिए बिजली की दरें बढ़ाना चाहते हैं। राजेंद्र अग्रवाल का ये भी कहना है वर्तमान में बिजली कंपनियां घाटे में नहीं हैं। जितनी जरूरत है उतनी आय भी बिजली कंपनियों को हो रही है, इसलिए बिजली बिल बढ़ाना ठीक नहीं होगा।