शराब के नशे में आरोपी अज्जू घर पहुंचा तो छोटी बिटिया अस्पताल में भर्ती मां के पास जाने की जिद करने लगी। इससे गुस्से में लाल अज्जू ने उसे घर के बाहर तीन बार पटका और उसकी मौत हो गई। उस वक्त प्रीति घर में ही मौजूद थी। छोटी रूपाली की हत्या करने के बाद हैवान अज्जू ने उसके शव को पास के ही नाले में डाल दिया।
वहीं, सुबह जब प्रीति की नींद खुली तो रूपाली को नहीं देखी। उसके बाद घर से बाहर निकली तो देखा कि उसका शव नाले में पड़ा हुआ है। बहन की लाश देखकर रूपाली चीख पड़ी। इस बीच स्थानीय लोग वहां पहुंचे। शव को देख विजयनगर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पीएम करवाया।
आरोपी अज्जू वंशकार बेटी की हत्या का एल्गिन अस्पताल पहुंच गया। जहां उसकी पत्नी किरन भर्ती थी। लेकिन शराब की नशे में होने की वजह से गार्ड ने उसे अंदर नहीं जाने दिया। वहीं, जबलपुर एसपी अमित सिंह को जैसी ही यह सूचना मिली कि अज्जू अस्पताल में है तो वो खुद वहां पहुंच गए और विजयनगर पुलिस के हवाले उसे कर दिया।
फिर कमरे में एसपी अमित सिंह ने छह की प्रीति को अपने पास बैठाकर अज्जू को सामने खड़ाकर पूछताछ शुरू की। अज्जू से एसपी ने जब पूछताछ शुरू की तो पास में बैठी बिटिया ने कहा कि पापा ने ही उसे पटककर मार दिया है। इस पर एसपी उससे पर चिल्लाते हुए बोलते हैं कि तुमने डेढ़ साल की अबोध बच्ची को मार दिया। नशे में अज्जू बोलता है कि दो साल की थी। एसपी अमित सिंह उस पर भड़क जाते हैं और कहते हैं कि हम तुम्हारा हैवानियत निकालते हैं।