जबलपुर के मदन महल थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि इस यूपीआई पर सभी प्रकार के ट्रांजक्शन फ्रीज करा दिए गए हैं। जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी यूपीआई में रुपए आने के तत्काल बाद उसे दूसरे एकाउंट्स में ट्रांसफर कर लेते थे। इतना ही नहीं, उन्हें एटीएम या अन्य माध्यमों से निकाल भी लिया जाता था। अब टीम ने इस पूरी चेन तक पहुंचने की कवायद तेज कर दी है।
सोशल मीडिया पर भी नजर
एमपी पुलिस को यह भी अंदेशा है कि आरोपी ने जब पहली छात्रा को अपना निशाना बनाया, तो उसके बाद उसके सोशल मीडिया एकाउंट्स के जरिए अन्य छात्राओं की जानकारी जुटाई और उन्हें कॉल किया। हालांकि यह बिन्दु अभी पुलिस की जांच में है और पुलिस इस मामले में फिलहाल कुछ भी कहने से बच रही है।
ये है मामला
लगभग तीन से चार छात्राओं के मोबाइल पर आरोपी ने अश्लील वीडियो भेजे। इसके बाद वॉट्सएप कॉल कर नंबर और तस्वीरों को वायरल करने के नाम पर पैसे मांगे। पुलिस का दावा है कि मामले में एक छात्रा ने 1490 रुपए ट्रांसफर किए हैं। चर्चा है कि लगभग 60 से 70 छात्राओ को इस तरह से ब्लेकमेल कर पैसे ऐंठे गए।