अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री लुढक़ा
चार घंटे में 4.2 मिमी बारिश, दिनचर्या हुई प्रभावित,
रेनकोट-छातों में स्कूल गए बच्चे
शहर में चार घंटे में 4.2 मिमी बारिश रेकॉर्ड की गई। विंटर सीजन में कुल बारिश 34.1 मिमी हो गई है। लोग रेनकोट और छतरी के सहारे घर से बाहर निकले और जरूरी कार्य किया। मंगलवार को सुबह से रात तक आसमान पर बादलों का डेरा बना रहा। सोमवार की रात में भी बादल थे। मंगलवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र तिवारी के अनुसार दिन का तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री कम होता है तो सीवियर कोल्ड यानी अति शीतल दिन के रूप में रेकॉर्ड किया जाता है। दिन का तापमान सुबह 8.30 बजे 13.2 एवं सुबह 11.30 बजे 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पांच डिग्री गिरा पारा : शहर में सोमवार को अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री था जो मंगलवार को 5 डिग्री नीचे गिरकर 18.4 डिग्री सेल्सियस हो गया। न्यूनतम तापमान एक दिन पहले के तापमान 8.3 डिग्री से चार डिग्री उछलकर 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात के तापमान में मामूली वृद्धि और दिन के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। दिन और रात के तापमान में अंतर कम होने से सर्दी बढ़ेगी।
इस कारण बदला मौसम, बारिश से फसलों को फायदा
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने से बारिश शुरू हुई है। इसके साथ ही दक्षिण पश्चिमी मप्र के ऊपर कम दबाव का चक्रवात बना है। 48 घंटे तक बादल छाए रहने और रुक रुककर बारिश होने का पूर्वानुमान है। दक्षिणी पूर्वी हवा की औसत रफ्तार 3-4 किमी प्रति घंटा रही। बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण घने बादल छाए हैं। सुबह की आद्र्रता 73 और शाम की आद्र्रता 91 प्रतिशत रेकॉर्ड की गई। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक कृषि डॉ. मनीष भान के अनुसार रबी की फसल के लिए बारिश फायदेमंद है। गेंहू की फसल को ज्यादा फायदा होगा। ज्यादा बारिश नहीं हुई तो दहलनी मसूर, अरहर एवं मटर को भी नुकसान नहीं होगा। जमीन में नमी के कारण चना में रोग लग सकता है। बारिश होने के बाद पाला लगने की आशंका खत्म हो गई है।