IRCTC : ट्रेनों में दिखावे की सफाई, दाग-धब्बे लगी ट्रेनें हो रही रवाना
जिमेदारों की अनदेखी या सांठगांठ सामने आ रही है। स्टेशन के वॉशिंग पिट पर यह सामने आ रहा है कि दिखाने के लिए रसायन-डिटर्जेंट रखे जाते हैं लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं होता है।
IRCTC : ट्रेनों में दिखावे की सफाई की जा रही है, जिससे ये ट्रेनें दाग-धब्बों के साथ रवाना की जा रही है। लाखों रुपयों का ठेका दिए जाने के बाद प्रशासनिक निगरानी का अभाव बना हुआ है। इसके पीछे जिमेदारों की अनदेखी या सांठगांठ सामने आ रही है। स्टेशन के वॉशिंग पिट पर यह सामने आ रहा है कि दिखाने के लिए रसायन-डिटर्जेंट रखे जाते हैं लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं होता है।
IRCTC : ट्रेनों के रैक के प्राइमरी और सेकेन्ड्री मैंटनेंस हो रहा
पश्मिच मध्य रेलवे मुयालय से 14 ट्रेनों को रवाना किया जा रहा है। ये ट्रेनें भोपाल, इंदौर, अमरावती, दिल्ली, मुंबई, जमू, राजकोट, कोलकाता जाती हैं। इनमें से वीकली सहित एक दिन छोडकऱ ट्रेनें रवाना की जा रही हैं। मुयालय से रवाना की जाने वाली ट्रेनों के रैक के प्राइमरी और सेकेन्ड्री मैंटनेंस किया जा रहा है। मैंटनेंस के साथ धुलाई और सफाई की जा रही है। उसके बाद ट्रेन के रैक को प्लेटफॉर्म पर लाया जाता है, जहां से गंतव्य के लिए रवाना की जाती है।
IRCTC : ये थी हालत
कटनी छोर पर ट्रेनों की सफाई और धुलाई के लिए वॉशिंग साइडिंग बनाई गई है। यहां ट्रेनों के रैक की ऑटोमेटिक वॉशर के माध्यम से सफाई की जाती है, उसके बाद उसे साइडिंग पर लेकर मशीनीकृत मैनुअल सफाई और धुलाई होती है। मौके पर देखा गया है कि वॉशर बंद होने से रैक के प्लेसमेंट के दौरान उसकी सफाई नहीं हो रही है। यह सीधे साइडिंग पर लग रहा था। रैक के खड़े होते ही इसकी मैनुअल सफाई की जा रही है। इसके बाद उसमें बाहर पानी डाल दिया जाता है। मौके पर दिखाने के लिए डिटरजेंट और रसायन रखा रहता है लेकिन हकीकत यह है कि इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा था। इस बारे में मौजूद कर्मचारियों से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि…. वे सफाई करते हैं और डिटरजेंट और रसायन भी उपयोग में ले रहे हैं।
IRCTC : कर्मचरियों से बातचीत के अंश
क्यों कैमिकल कहां है? बोतल में है कैमिकल।
इसे तो लगाते नहीं हो? जरूरत पडऩे पर लगाते हैं।
कई जगहों पर सफाई नहीं दिखाई नहीं दिखती है? वहां डिजरजेंट लगाते हैं।
अभी तो कर्मचारी ने सिर्फ पानी लगाकर वहां मिट्टी निकाली है? हां, कुछ जगहों पर जरूरत नहीं होती है।
ऐसे में तो दाग-धब्बे तो वैसे ही चले जाते हैं? नहीं, हम उसे देखते हैं ना।