आरडीएसओ द्वारा डिजाइन किए इन कोचों में बेहद कम आवाज, स्टेनलेस स्टील की बॉडी, इंटीरियर एल्युमीनियम से तैयार होती है। ये आपस में टकराते नहीं हैं। इसमें लगे शॉक आब्जर्वर से झटकों का असर कम होता है। इसी कारण इन्हें लिंक हॉफमेन बुश (एलएचबी) कोच नाम दिया गया है। इन कोचों में बैठे यात्रियों को यात्रा के दौरान राहत महससू होगी। उन्हें झटके भी नहीं लगेंगे। अभी तक ट्रेनों के कोचों में बैठने वाले यात्रियों को गाड़ी की रफ्तार तेज होने पर झटके लगते रहते हैं। इससे यात्री राहत महसूस नहीं करते हैं।
इन कोचों की खासियत है कि यह पूर्व कोचों की तुलना में हल्के होते हैं। अगर टे्रन डिरेल भी होती है तो कपलिंग न टूटने के कारण यह एक दूसरे पर चढ़ते नहीं हैं। साथ ही यह कंट्रोल डिस्चार्ज टायलेट सिस्टम से युक्त होने के कारण खड़ी ट्रेन में गंदगी की गुजाइंश नहीं रहती है।