जबलपुर से दिल्ली जाने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस के एसी कोच का यह मामला है। कोच में चूहों के आतंक के कारण रात भर यात्री सो नहीं सके। यात्रियों ने बताया कि उन्होंने कोच अटेंडेंट से भी चूहों की शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यात्रियों ने बताया कि कोच की सीटों के नीचे बड़े-बड़े छेद चूहों के बिल हैं। वहांं से अचानक चूहों की पूरी फौज निकल आई और देखते ही देखते कोच में फैल गए। नीचे रखे बैग, कपड़े और सामान कुतर डाला, खाने के पैकेट भी चट कर गए। करीब 2 घंटे तक चूहों ने एसी कोच में जमकर आतंक मचाया।
गोंडवाना एक्सप्रेस से दिल्ली की यात्रा करने वाले यात्रियों का कहना है कि इस ट्रेन में आए दिन चूहों का हमला होता है। रात के सन्नाटे में चूहे बिलों से बाहर निकल आते हैं और खाने के सामान के साथ बैग कुतर देेते हैं। कई बार तो ऐसे भी मामले सामने आए हैं कि रात के समय चूहों ने सोते हुए यात्रियों के पांव का मांस कुतर दिया। इधर रेलवे के सीनियर डीएमई एनके मिश्रा ने कहा कि किसी यात्री की शिकायत मिलती है तो समस्या का निराकरण किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि चूहों से निपटने के लिए नियमित रूप से पेस्ट कंट्रोल करवाया जा रहा है, जिससे कोच के भीतर रहने वाले चूहों से निजात मिली है लेकिन जब गाडिय़ां स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर आकर खड़ी रहती हैं, उस समय स्टेशन पर रहने वाले मोटे चूहे चुपके से कोच में चढ़ जाते हैं और फिर वहां घर बना लेते हैं। इन चूहों से निजात पाने की कोशिश की जा रही है। इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि यदि इन्हें मारा जाए तो बीमारी फैलने की आशंका बढ़ जाती है इसलिए एहतियातन काम किया जा रहा है।