भजन हो यह देवी गीत हो या प्रभु भक्ति की साधना हो या मंत्र हो हम उन्हें सुनकर एकाग्रचित होना चाहते हैं। ताकि कोई गलत कदम ना उठा सकें और हमें सही मार्ग दिखाई दे। हृदय को छू लेने वाले और प्रभु से अपनी बात कहने वाले सेड भक्ति सॉन्ग सबसे ज्यादा सुने जाते हैं। जैसे की दिलीप कुमार की फिल्म का गाना है मेरी विनती सुने तो जानू हे राम हे राम….
इसी तरह एक और गाना है ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे….
मैया बेटा तुझको पुकारे भोली मां….
बाबा साईं बोलो अल्लाह साईं बोलो….
कभी फुर्सत हो तो जगदंबे मेरे घर भी आ जाना….
जैसे ह्रदयस्पर्शी गाने लोग सुनकर अपने आप को शांत करते हैं। जबलपुर की बात करें तो यहां स्थानीय गायकों के द्वारा गाए गए गीत भी सबसे ज्यादा सुने जाते हैं। इनमें मां बेटियां क्यों पराई होती हैं….
मैया खोलो केवरिया दास खड़े तेरे द्वार….
माई डूब चलो दिन मे डूब चलो दिन सांझ भरी मंदिर में डूब चलो दिन….
माई सबसे बड़ी है तू माई सबसे बड़ी है तू ….जैसे गाने विचलित मन के साथ जरूर सुने जाते हैं। यह गाने आपको अधिकतर टैक्सी चालकों के पास सुनाई देंगे ।जब वह अपनी एकाग्रता बनाए रखने के लिए इन्हें चलते हुए बजाते रहते हैं।
ज्योतिष आचार्य शुक्ल के अनुसार मन में भक्ति का भाव आता है या हम विचलित होता है तो भगवान की भक्ति सबसे पहले आती है। जो हमारे संस्कारों में शामिल है। ऐसे में यदि देवी गीत भजन मंत्रोचार किया जाए तो मन एकाग्रता के साथ ही को भी सरल बना देता है। जो पूरे तन मन को विचलित कर रखता है। ऐसे लोगों को देवी भजनों और भगवान के भक्ति के शांति प्रिय गाने सुनना चाहिए ताकि हम विपरीत परिस्थितियों में गलत कदम उठाने से बच सकें।