यूं तो मंगलदेव की पूजा के लिए अनेक मंत्र, जाप, स्तोत्र आदि हैं पर वे हनुमानजी की पूजा से सबसे ज्यादा प्रसन्न होते हैं। मंगलवार के दिन हनुमानचालीसा का पाठ सबसे उत्तम रहता है। हनुमानचालीसा का पाठ बेहद सरल है पर इसे नियमपूर्वक किया जाना चाहिए। हनुमानजी की पूजा में नियमों का पालन बहुत जरूरी है। हनुमानचालीसा का पाठ बहुत फलदायक रहता है। इसका एक विशेष प्रयोग भी है। पंडित दीपक दीक्षित बताते हैं कि हनुमानजी कलयुग के सबसे आराध्य देव हैं। हनुमानचालीसा का पाठ करना सबसे ज्यादा आसान भी रहता है और उसका फल भी जरूर प्राप्त होता है। इसका सात बार पाठ करना तो सबसे उत्तम माना जाता है – हनुमानचालीसा में लिखा भी है – जो सत बार पाठ कर कोई, छूटहिं बंदी महा सुख होई- यानि हनुमानचालीसा का सात बार का नियमित रूप से पाठ करने से महासुख मिलता है, यहां तक कि बंदी कारागृह से मुक्त हो सकता है। भावार्थ यह है कि हनुमानचालीसा का सात बार का पाठ करने जीवन का ऐसा कोई सुख नहीं है जोकि प्राप्त नहीं किया जा सके।
आप अच्छी नौकरी चाहते हैं, जीवन में पैसों की दिक्कत दूर करना चाहते हैं, कोई बड़ा संकट आपको परेशान कर रहा है, कोई परिजन किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त है, या जीवन में प्यार की अभिलाषा है- इन सब कामों के लिए एक ही मंत्र है- हनुमानचालीसा का मनोयोग से 7 बार पाठ करना। किसी भी मगलवार से यह काम शुरु करें और नियमित रूप से 40 दिनों तक रोज हनुमानचालीसा का सात बार पाठ करें। पाठ पूरा होने के बाद जल्द ही आपके मन की मुराद पूरी हो जाएगी। इस दौरान हो सके तो विशेषरूप से मंगलवार के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें.