बताया जा रहा है कि जालसाज व्यापारी आठ साल से एक्सपायर्ड सामानों का धड़ल्ले से खुलेआम कारोबार कर रहे थे। लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा। अब पुलिस ने विभाग बड़ी मात्रा में ऐसे सामानों को जब्त किया है। साथ ही खाद्य सुरक्षा विभाग को पत्र भेज कर जब्त सामग्रियों के सैंपल की जांच को कहा है। विभाग से जांच रिपोर्ट मिलते ही सामग्रियों को एफएसल जांच के लिए भेजा जाएगा। खाद्य सुरक्षा विभाग से सामग्रियों की गुणवत्ता व वैधता की जानकारी मांगी भी गई है।
फर्जीवाड़े में लिप्त एक व्यापारी को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। इस दौरान प्रकाश उर्फ मजनू चांदवानी ने कुबूल किया है कि उसका गिरोह मुकादमगंज व गलगला के थोक व फुटकर व्यापारियों को ज्यादा मात्रा में एक्सपायरी सामान नया लेबल लगाकर बेचता था। सूरत व दिल्ली से एमआरपी की तुलना में न्यूनतम कीमत पर एक्सपायरी सामग्री खरीदकर व्यापारियों को भी सस्ते दाम पर बेच देते थे। सीएसपी गोहलपुर अखिलेश गौर ने बताया कि आरोपी से यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि उनके फर्जीवाड़े की जानकारी किन व्यापारियों को थी। प्रकरण में उनकी भूमिका तय की जाएगी।
पुलिस का कहना है कि ब्रांडेड कंपनियों की एक्सपायर हो चुकी घरेलू व कास्मेटिक सामग्रियों का कारोबार करने वाले जालसाज व्यापारियों के तार दिल्ली के अलावा सूरत व हरिद्वार से जुड़े हैं। ब्रांडेड कंपनियों की एक्सपायर हो चुकी सामग्री को दिल्ली के सदर बाजार व सूरत से खरीदने के बाद उन पर हरिद्वार में निर्मित लेबल (स्टीकर) चिपकाया जाता था। अब ठगों के गिरोह का पता लगाने के लिए पुलिस टीम को दिल्ली, सूरत व हरिद्वार भेजा जा रहा है।
पुलिस ने रिमांड पर लिए जिस एक आरोपी से पूछताछ शुरू की है, उससे और कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं जालसाजों के सरगना विक्की चांदवानी की तलाश में पुलिस टीम बुधवार को भी संभावित ठिकानों पर छापामारी करती रही। पुलिस एक आरोपी की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए कोर्ट से मांग करने की तैयारी भी कर रही है।
“एक्सपायर हो चुकी घरेलू सामग्री को नया बनाकर ग्राहकों के साथ छल करने वाले ठगों से गिरोह का पता लगाया जा रहा है। जिन शहरों में आरोपितों का नेटवर्क फैला है वहां पुलिस टीम को भेजा जाएगा।”-सिद्घार्थ बहुगुणा, एसपी