पंजाबी दशहरा की है धाक
संस्कारधानी की शान एेतिहासिक पंजाबी दशहरा इस बार नर्मदा किनारे ग्वारीघाट मैदान में आयोजित होगा। २९ सितंबर को होने वाले आयोजन को लेकर आयोजक पंजाबी हिन्दू एसोसिएशन व प्रशासन की टीम ने रविवार को यह अहम निर्णय लिया। स्थल के दौरे के दौरान आवागमन, बैठक व्यवस्था, पार्किंग को लेकर भी मंथन हुआ। सभी ने माना कि बड़े कार्यक्रमों के लिए ग्वारीघाट मैदान उपयुक्त स्थल है।
अधिकारी भी आए
कार्यक्रम में स्थल तक आवागमन टू वे किया जा सकता है। ग्वारीघाट मुख्य पहुंच मार्ग से प्रवेश के बाद वापसी तिलहरी मार्ग से हो तो जाम नहीं लगेगा। साथ ही मैदान के आसपास पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह है। स्थल संबंधी निर्णय लेने के लिए आयोजक संस्था व प्रशासन के प्रमुख अधिकारी मौके पर पहुंचे। यहां संस्था के अध्यक्ष चन्द्र कुमार भनोत, राजीव ओबेराय, उमेश शर्मा पप्पू, नरेन्द्रपाल मलिक, उमेश खुराना, नरेश ग्रोवर व प्रशासन की ओर से कलेक्टर महेशचंद्र चौधरी, एसपी शशिकांत शुक्ला, एडीएम छोटे सिंह, एसडीएम अरविंद सिंह, नगर निगम उपायुक्त राकेश अयाची मौजूद थे।
बदलता रहा है स्थल
पंजाबी दशहरा का आयोजन पहले ओमती में होता था। बाद में कई बरसों तक राइट टाउन स्टेडियम में हुआ। फिर खेल मैदान में खेल के अलावा अन्य गतिविधियों पर रोक लगाने संबंधी न्यायालय के आदेश के चलते २०१६ में इसका आयोजन गोलबाजार शहीद स्मारक में किया गया। इसके बाद से आयोजक व प्रशासन उपयुक्त स्थल की तलाश कर रहे थे।
सीएसआर से विकास
सांस्कृतिक आयोजन, राजनीतिक सभाओं व अन्य वृहद आयोजनों के लिए कोई विकल्प नहीं था। एेसे में कलेक्टर चौधरी की पहल पर कारपोरेट रेस्पोंसबिल्टी सर्विस के तहत ग्वारीघाट मैदान तैयार कराया गया है।