जबलपुर. वेटरनरी कॉलेज अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। जर्मन शेफर्ड श्वान की घर में गलत सर्जरी करने के चलते जूनियर डॉक्टर को एक साल के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है। सर्जरी के कुछ दिन बाद श्वान की मौत हो गई थी। वह गर्भवती थी। गर्भ में पल रहा बच्चा भी मर गया।
पीएचडी स्कॉलर है वेटरनरी डॉक्टर बिलहरी क्षेत्र का एक डॉग लवर अपने श्वान को इलाज के लिए वेटरनरी अस्पताल लेकर गया था। वहां सर्जरी में समय लगने की बात कहकर पीएचडी स्कॉलर डॉ. ब्रज मोहन सिंह धाकड़ ने श्वान की घर पर ही सर्जरी कर देने की बात कही। इस पर डॉग लवर परिवार ने भी हामी भर दी। धाकड़ ने घर पर ही सर्जरी की। इसके कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई। परिवार ने इसकी कॉलेज प्रबंधन से शिकायत की।
जांच कमेटी में पहुंचा मामला- मामले को गम्भीरता से लेते हुए कॉलेज प्रबंधन ने जांच समिति गठित की। समिति ने जांच में पाया कि डॉ. बृजमोहन सिंह धाकड़ ने नियमों का उल्लंघन किया। श्वान की घर जाकर सर्जरी की गई। इसकी सूचना कॉलेज प्रबंधन को नहीं दी गई। छात्र वेटरनरी पब्लिक हेल्थ में पीएचडी कर रहा है।
कॉलेज में सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। छात्र को एक साल के लिए निष्कासित करने की कार्रवाई की गई है।