animal diseases :किसी दुर्घटना में चोट लगने पर उसका असर सबसे पहले नर्व (तंत्रिका) पर पड़ता है। इसे पुन: प्रारभिक स्थिति में लाने (पुनर्जीवित करने) के लिए वेटरनरी कॉलेज के वैज्ञानिक अनुसंधान कर रहे हैं। इससे नर्व इंज्युरी के बाद होने वाली समस्याओं का समाधान हो सकेगा। इसके सफल रहने पर न केवल जानवरों की जान बचाई जा सकेगी, बल्कि मानव जीवन के इलाज के नए रास्ते खुलेंगे।
animal diseases : चूहे पर कर रहे रिसर्च, वेटरनरी कॉलेज के वैज्ञानिक क्षतिग्रस्त नर्व को पुनर्जीवित करने पर कर रहे काम
वेटरनरी कॉलेज के फार्माकोलॉजी और टॉक्सिकोलॉजी विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि चूहे के शरीर से नर्व डीएनए, आरएनए निकालकर उनकी सीक्वेंसिंग की जा रही है। प्रोटीन निकालकर उसे जन्म देने वाले कारकों का पता लगाया जा रहा है। इन जैविक तत्वों की सीक्वेंसिंग और उनके व्यवहार की जांच भी की जा रही है। इससे नर्व इंज्युरी के बाद होने वाले वाले परिवर्तन में उत्तरदायी डीएनए, प्रोटीन को खोजा जा सकेगा।
animal diseases : चोट ठीक करने में प्रोटीन की महत्वपूर्ण भूमिका
अनुसंधान से जुड़े विशेषज्ञों ने बताया कि नर्व में चोट लगने पर उसकी मरमत में प्रोटीन और जीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन प्रोटीन को पहचानने के बाद पता लगाया जा रहा है कि इनमें से कौन से प्रोटीन और जीन नर्व को पुनर्जीवित करने में मददगार हो सकते हैं।
animal diseases : तंत्रिका सबंधी समस्याओं का समाधान
वैज्ञानिकों के अनुसार यह शोध न केवल तंत्रिका चोट को ठीक करेगा, बल्कि तंत्रिका और मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं के इलाज में भी महत्पूर्ण भूमिका निभाएगा। दुर्घटनाओं के दौरान नस के क्षतिग्रस्त होने पर उसे पुरानी अवस्था में लाने में लबा समय लगता है। समय पर इलाज नहीं मिलने पर मौत भी हो जाती है। उक्त शोध कुलपति मनदीप शर्मा के निर्दशन में हो रहा है।
animal diseases : शरीर में किसी भी तरह की चोट लगने का असर सबसे पहले तंत्रिका पर पड़ता है। इसलिए उसे पुनर्जीवित करने पर शोध कर रहे हैं। यह शोध जानवरों के इलाज के साथ ही मानवीय इलाज के लिए नई राह खोलेगा।
डॉ. आरके शर्मा, डीन, वेटरनरी कॉलेज
Hindi News / Jabalpur / animal diseases : जानवरों की बीमारियों का अनोखा शोध, जो इंसानों को भी देगा नया जीवन, जाने पूरा सच