जीसीएफ ने पोकरण भेजी धनुष तोप, मार्च में बड़ी खेप की सुपुर्दगी की तैयारी
स्वदेशी बोफोर्स कही जाने वाली 155 एमएम 45 कैलीबर धनुष तोप की कई दौर की फायरिंग हो चुकी हैं। सूत्रों ने बताया कि अब सेना इसे बॉर्डर पर तैनात करना चाहती है ताकि जरूरत के हिसाब से इसका इस्तेमाल हो सके। इसलिए 38 से 40 किमी की दूरी तक गोला दागने वाली तोप को परीक्षण के लिए भेजा गया है। एक विशेषज्ञ कर्मचारियों की टीम भी यहां से रवाना हो रही है। पोकरण रेंज में तोप की पूरी क्षमता के साथ फायरिंग की जाएगी।
अभी सिर्फ सुपुर्दगी
इस वीआइपी फायरिंग में सेना के अफसर व फैक्ट्री के अधिकारी शामिल हो रहे हैं। इस फायरिंग के उपरांत एक बड़ी खेप मार्च के महीने में सेना के सुपुर्द की जा सकती है। इस खेप में तोप की संख्या 6 हो सकती है। अभी तोप के डिस्पैच की कार्रवाई लगातार चलती रहती है।
ऐसी करीब 17 तोप सेना के पास जा चुकी हैं। अब सेना आवश्यकता होने पर इसकी तैनाती जरूरत वाली जगहों पर कर सकती है। इसलिए यह फायरिंग काफी अहम होगी। जिस प्रकार पूर्व के परिणाम आए, वैसी उम्मीद अभी की जा रही है। तोप के रेंज पहुंचने के बाद इसका परीक्षण शुरू होगा। अभी कोरोना की वजह से इसकी फायरिंग और डिलेवरी की प्रभावित होती रही है। लेकिन अब इस पर फोकस होकर काम किया जा रहा है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा तोप फरवरी और मार्च के महीने में तैयार की जा सके, इस योजना पर जीसीएफ प्रबंधन का काम कर रहा है।
धनुष तोप सेना को डिस्पैच करने की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है। मार्च तक एक निश्चित संख्या में तोप सेना को सुपुर्द करने की तैयारियां की जा रही हैं। इसी इरादे से दो तोप फायरिंग के लिए पोकरण भेजी हैं।
– संजय श्रीवास्तव, अपर महाप्रबंधक एवं जनसम्पर्क अधिकारी, जीसीएफ