नक्षत्र- तीक्ष्णदारूक संज्ञक नक्षत्र मूल रात्रि 7.22 तक उपरंात पूर्वाषाढ़ नक्षत्र रहेगा। मूल नक्षत्र में देवालय, वास्तु, अलंकार, पौधरोपण, कारीगरी, विपणिव्यापार, चूड़ाकर्म, ग्रहशांति जैसे कार्य अत्यंत शुभ तथा मंगलकारी माने जाते हैं। पूर्वाषाढ़ नक्षत्र में पदार्थसंग्रह, औषधि सेवन से जुड़े कार्य अत्यंत शुभ तथा मंगलकारी माने जाते हैं।
शुभ मुहूर्त – ंआज रिक्ता तिथि होने के कारण किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य का योग नहीं है, परंतु कर्ज का निपटारा, औषधि सेवन, औषधि निर्माण जैसे कार्य शुभ रहेंगे।
श्रेष्ठ चौघडि़ए- आज प्रात: 9.00 से 10.30 शुभ दोपहर 1.30 से 6.00 चर, लाभ, अमृत तथा रात्रि 6.00 से 7.30 बजे तक चर की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी रहेगी।
व्रतोत्सव- आज : श्री अम्बिका व्रत, शिवशयनी चतुर्दशी, रवियोग का शुभ प्रभाव रहेगा शिव पूजन शुभकारी रहेगा।
चन्द्रमा : दिवस रात्रि पर्यंत तक गुरु प्रधान राशि धनु राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के मिथुन राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का पुनर्वसु नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पूर्व दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास उत्तर दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: प्रात: 7.30.00 बजे से 9.00.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर या,यू,भा,भी अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। मूल नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि धनु होगी, राशि स्वामी गुरु तथा ताम्रपाद पाया में जन्म माना जाएगा। धनु राशि के जातक प्राय: बलवान, चंचल, तेजस्वी, ऊर्जावान, प्रभावशाली, उदारवृत्ति, स्वाभिमानी, गोवंश से लगाव तथा अत्यंत बुद्धिमान प्रवृत्ति के होते हैं। आयु के पच्चीस से तीस वर्ष में उन्नति योग हैं।