कोरोना महामारी ( corona pandemic ) की वजह से ल़ॉकडाउन ( corona lockdown ) लगने के चंद दिनों बाद खबर आई थी कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ( reliance industries Ltd. ) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ( Mukesh ambani ) की संपत्ति घटने की खबर आई थी, लेकिन 2 महीने से कम वक्त में लगातार इंटरनेशनल लेवल की डील करके अंबानी ने न सिर्फ अपनी कंपनी को वक्त से पहले कर्जमुक्त कर लिया बल्कि अपनी खोई हुई जगह भी हासिल कर ली।
मुकेश अंबानी की सैलेरी-
खैर ये बातें तो फिलहाल सभी जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज को लगातार ऊंचाईयों पर पहुंचाने वाले मुकेश अंबानी की सैलेरी ( MUKESH AMBANI SALARY ) में पिछले 12 सालों से किसी भी तरह की बढ़ोत्तरी नहीं हुई। मुकेश पिछले 12 साल से 15 करोड़ रुपये सालाना के पैकेज पर काम कर रहे हैं। 2008-09 से उन्होने सैलरी, अलाउंस और कमीशन मिलाकर अपनी सैलेरी को सालाना 15 करोड़ रुपये पर ही स्थिर रखा है ।
क्या है सैलेरी स्ट्रक्चर-
वित्त वर्ष 2018-19 में उनका वेतन 4.45 करोड़ रुपये रहा था, जिसमें अलाउंस भी शामिल था। 2019-20 में मुकेश को कमीशन के रूप में 9.53 करोड़ रुपये हासिल हुए। जबकि उनके रिटायरमेंट के लिए हर माह की राशि 71 लाख रुपये है। साल 2009 में मुकेश अंबानी ने खुद ही अपनी सैलरी को 15 करोड़ रुपये करने का निर्णय लिया था। मुकेश ने भले ही अपनी सेलेरी में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की हो लेकिन इस दौरान बाकी डायरेक्टर्स की सैलेरी में लगातार इजाफा देखा गया है।
कोरोना की वजह से बिना सैलेरी कर रहे हैं काम-
कोरोना की वजह से जब आर्थिक रूप से कंपनी को नुकसान हुआ तब मुकेश ने इस वित्तीय वर्ष ( 2020-21 ) में सैलेरी न लेने का फैसला किया, यानि फिलहाल उन्हें किसी भी प्रकार की सैलेरी नहीं मिल रही है। मुकेश का कहना है कि जब कंपनी पहले की तरह काम करने लगेगी तब वो फिर से सैलेरी लेना शुरू कर देंगे, लेकिन तब तक कॉस्ट कटिंग के तबत उन्होने अपनी सैलेरी पर रोक लगा दी है।