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जीएसटी लागू होने के बाद अब मिल सकेगा फायदा
स्टडी में कहा गया कि यह आधुनिक व्यापार एवं ई-कॉमर्स की बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण है। जीएसटी क्रियान्वयन ने भी उत्प्रेरक का काम किया है जिससे आधुनिकीकरण का दबाव बढ़ा है। स्टडी में कहा गया, “यह सबकुछ मॉडर्न ट्रेड, ई-कॉमर्स और बढ़ते तकनीकी विकास के बीच हो रहा है। साथ में जीएसटी लागू होने से भी इस जान मिली है। जीएसटी के बाद किराना स्टोर्स भी जीएसटी बिल को लेकर तकनीक की मदद ले रहे हैं।” पूरे भारत में कुल 10 हजार से भी अधिक रिलायंस रिटले आउटलेट के साथ रिलायंस अब ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को तेजी से बढ़ाने में जुटी हुई है।
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बेहद सस्ते में जियो उपलब्ध कराएगी एमपीओएस डिवाइस
रिलायंस जियो अब जियो MPoS (मोबाइल प्वाइंट ऑफ सेल) डिवाइस को किराना स्टोर्स पर इंस्टॉल करने की योजना बना रही है ताकि, नजदीकी स्टोर्स को हाई-स्पीड 4जी नेट कनेक्शन मिल सके। इसके बाद स्नैपबिज, नुक्कड़शॉप जैसी कंपनियों के लिए चुनौती खड़ी हो सकती है। जियो की यह डिवाइस केवल 3,000 रुपए में उपलब्ध होगी, वहीं स्नैपबिज इस मशीन को 50,000 रुपए में ऑफर करती है। नुक्कड़शॉप इसके लिए एक बार में 30-50 हजार रुपए चार्ज करती है।
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डिजिटल हो सकेंगे किराना स्टोर्स
रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो एमपीओएस इसके लिए कोई मर्चेंट डिस्काउंट रेट देने के बजाए लॉयल्ट प्रोग्राम का सहारा लेगी। रिपोर्ट में आगे कहा गया है, ‘हमारा मानना है कि रिलायंस के आने से दुकानदारों द्वारा डिजिटलीकरण अपनाए जाने को गति मिलेगी क्योंकि प्वाइंट ऑफ सेल मशीनों की लागत काफी कम हो जाएगी। कुल मिलाकर हमें उम्मीद है कि रिलायंस अभी के 15 हजार डिजिटल स्टोर की संख्या 2023 तक बढ़ाकर 50 लाख के पार कर देगी।’
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