Indian Railway और Telecom Ministry करेगी Chinese Companies की विदाई, दोबारा जारी किए जाएंगे टेंडर
आर्मी कैंटीन को होती है सबसे ज्यादा सप्लाई
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस मामले को अभी विचाराधीन रखा गया है, अभ्भी लास्ट डिसीजन सरकार लेगी। अधिकारियों के अनुसार यह मुद्दा सिर्फ इंपोर्टिड शराब का नहीं है, बल्कि डिपार्टमेंट द्वारा कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान सिर्फ इजेंशियल प्रोडक्ट की खरीद का आदेश जारी किया था। अधिकारी के अनुसार इंपोर्टिड शराब पर बैन से कारोबार में ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि इनका शेयर काफी कम है। आपको बता दें कि पेरनोड रिकार्ड और डियाजियो दोनों को मिलाकर लगभग 50 फीसदी आयातित शराब आर्मी कैंटीन को सप्लाई होती है।
5 हजार स्टोर्स संचालित करती है सीएसडी
सीएसडी पूरे भारत में लगभग 5,000 स्टोर संचालित करती है। जहां पर प्रत्येक वर्ष 11 मिलियन शराब के केस बिकते हैं। टोटल में से 50 फीसदी रम होती है। वहीं 1 से 1.2 लाख केस इंम्पोर्टिड शराब के होते हैं। एक केस में लगभग 9 लीटर शराब होती हैं। आर्मी कैंटीन इन शराबों को डिस्काउंट में बेचा जाता है। वहीं इसके विपरीत नॉर्मल दुकानों में इनका रजिस्ट्रेशन अलग से कराया जाता है। अधिकारियों की ओर से इन शराब को भारत में कहीं और दूसरी जगहों पर नहीं बेचा जा सकता है।