काबिज हैं कई शोरूम व ऑफिस
यशवंत टॉकीज के स्थान पर कुछ वर्ष पहले यशवंत प्लाजा कॉम्प्लेक्स बनाया गया। इसमें सैकड़ों दुकानें निकाल दी गईं, जिसमें छोटे-मोटे व्यापारी से लेकर धन्ना सेठ भी बैठे हुए है। एक मंजिल पर तो स्कूल का कार्यालय भी संचालित किया जा रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन के लिए प्लाजा का कब्जा लेना इतना आसान नहीं होगा।
नोटिस में शर्तों के उल्लंघन का आरोप
अपर कलेक्टर के निर्देश पर पिछले दिनों एसडीएम शृंगार श्रीवास्तव ने रिपोर्ट बनाई थी। इसके आधार पर अब यशवंत टॉकीज संचालक गायकवाड़ को नोटिस दिया जा रहा है। इसमें कहा गया कि मध्यप्रदेश भूराजस्व संहिता 1949 की शर्तों का उल्लंघन एवं प्रयोजनों से भिन्न प्रयोग के काण लीज निरस्त करते हुए जमीन को शासकीय करने संबंधी आदेश किया गया। भूखंड व भवन का कब्जा विधि अनुसार प्राप्त करने के लिए निर्देशित किया गया। भूखंड व भवन को रिक्त कर कार्यालय को सूचित करें। नियत समयावधि के बाद कब्जा शासन हित में प्राप्त कर लिया जाएगा।