स्लीपर बर्थ बनाने का काम मिला
प्लांट शुरू होने पर 500 लोगों को रोजगार मिलेगा। पिछले दिनों सीएम डॉ. मोहन यादव ने इसका वर्चुअली भूमिपूजन किया था। पिनेकल के तीन प्लांट पहले से ही पीथमपुर में हैं। एक प्लांट में मिनी बसों के बर्थ बनते हैं। कंपनी को वंदे भारत ट्रेन के लिए स्लीपर बर्थ बनाने का काम मिला और स्लीपर बर्थ बनाकर टेस्टिंग के लिए भेजी गई। यहां बने बर्थ जल्द वंदे भारत में नजर आएंगे। यहां पर कम वजन के अच्छे स्लीपर बर्थ बनाने का दावा है, इसके साथ ही एम्बुलेंस निर्माण भी किए जा रहे हैं।
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एमपीआइडीसी के कार्यकारी निदेशक राजेश राठौर ने बताया, नए प्लांट में इलेक्ट्रिक बसों के साथ लाइट कमर्शियल वाहन भी बनेंगे। पुराने प्लांट में वंदे भारत के स्लीपर बर्थ बन रहे हैं।