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इंदौर

फार्महाउस के आड़ में जंगलों के खड़ी हो रही कॉलानियां

प्रशासन की ओर से अवैध कॉलोनी काटने वालों पर सख्ती कार्रवाई की जा रही है। इस बीच जमीन के जादूगरों ने कॉलोनी विकसित करने की तमाम वैधानिक प्रक्रियाओं से बचने के लिए फार्महाउस का रास्ता अपनाया है। जिसमें सिर्फ डायवर्शन के आधार पर धड़ल्ले से फार्म हाउस के नाम पर प्लाटिंग कर खरीदी-ब्रिकी की जा रही है। तहसील में ऐसे 50 से अधिक फार्म हाउस आकार ले चुके है। पूर्व में प्रशासन ने 3 से 4 मामलों में एफआइआर दर्ज करवाई। इसके बाद प्रशासन ने इन फार्म हाउस को नजरअंदाज कर दिया है। जिसका फायदा उठाकर खुलेआम विज्ञापन

इंदौरFeb 27, 2023 / 12:17 pm

Sanjay Rajak

फार्महाउस के आड़ में जंगलों के खड़ी हो रही कॉलानियां

फार्महाउस के आड़ में जंगलों के खड़ी हो रही कॉलानियां

संजय रजक/ डॉ. आंबेडकर नगर(महू).

प्रशासन द्वारा गत वर्ष तहसील में तेजी से पनप रहे फार्म हाउस को लेकर कार्रवाई शुरू की गई थी। इस दौरान तीन-चार फार्म के कर्ताधर्ताओं पर आपराधिक प्रकरण भी दर्ज किया गया था। लेकिन इस बाद से तहसील में कार्रवाई थम गई। जिसके बाद सिमरोल, चोरल, ग्वालू, बाइग्राम, बडग़ोंदा, दतोदा आदि जगहों पर तेजी से फार्म हाउस के नाम पर कॉलोनियां विकसित होने लगी है। कालोनी के लिए तमाम तरह की अनुमतियां लेना होती है। वहीं फार्म हाउस को लेकर अलग नियम है। भूमि विकास अधिनियम के अनुसार बिना डायर्वशन और टीएनसीपी की विकास अनुमति लिए बिना कृषि भूमि में प्लाटिंग नहीं की जा सकती है।
सड़क से लेकर तमाम सुविधाएं

सिमरोल टप्पा तहसील में दतोदा, चोरल, ग्वालू, बाइग्राम, गाजिंदा, दड़ आदि में 20 से अधिक फार्महाउस विकसित हो चुके है। खण्डवा रोड पर बकायदा विज्ञापन कर यहां भूखंड बेचे जा रहे है। टप्पा तहसील में जुरासिक पार्क(गांजिदा), अश्वमेद्य रिसोर्ट (गांजिदा), कौशल्या फार्म हाउस(बाइग्राम), उमट हिल्स(बाइग्राम), वीनस(बाइग्राम), ओरो हिल्स(दड़), श्यामल्या हिल्स(चोरल) सहित 10 से अधिक बेनाम फार्म हाउस है। अधिकांश फार्म हाउस में पक्की सड़क, बिजली के पोल आदि तक लगाए जा चुके है।
10 साल बाद भी परेशान

महू निवासी पवन माहेश्वरी ने बताया कि 2012 में जुरासिक पार्क गांजिदा में 4 हजार वर्गफीर्ट का प्लाट लिया था। 3 लाख 20 हजार में सौदा हुआ था, जिसमें से करीब 2 लाख रुपए दिए है। 10 साल बाद भी कॉलोनाइजर द्वारा फार्म हाउस विकसित नहीं किया गया है। अब रजिस्ट्री का कह रहे तो सौदे के अलावा 1 लाख रुपए अतिरिक्त मांगे जा रहे है। कब्जा भी नहीं दिया है। इस संबंध में जनसुनवाई में शिकायत की है।
इन पर हो चुकी कार्रवाई

पिछले साल एसडीएम अक्षत ने कुछ फार्म पर कार्रवाई भी की थी। 22 मई 2022 को गवली पलासिया स्थित राया फाम्र्स और पाटीदार फाम्र्स के नाम से दो कॉलोनियां विकसित की जा रही थी। जिसमें राया फाम्र्स कॉलोनी की कुल रकबा 7.064 हेक्टेयर पर भू-स्वामी दिनेश, भागवन्तीबाई, शान्तीबाई, सुनिता, रेखा और हरिओम पाटीदार द्वारा राया डेवेलपर्स के मालिक अनीश कुरैशी के साथ मिलकर विकसित की जा रही थी। इसी तरह
पाटीदार फाम्र्स कॉलोनी कुल रकबा 4.306 हेक्टेर पर भू-स्वामी लीलाधर, सुनीता, हरिनारायण, सरस्वतीबाई एवं सतीश पाटीदार द्वारा ब्रोकर प्रवीण स्वामी के साथ मिलकर विकसित की जा रही थी। मामले में एसडीएम जैन ने दोनों कॉलोनाइजरों के विरुद्ध बडग़ोंदा थाने में प्रकरण दर्ज कराया था। इसके अलावा दो अन्य फार्महाउस पर भी कार्रवाई की गई थी।
वर्जन…
इस मामले में जांच कराएंगे। नियम विरुद्ध काम होने पर कार्रवाई कर आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया जाएगा।
– अक्षत जैन, एसडीएम, महू

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