दस गुना गिरे टमाटर के दाम
चंद दिनों पहले बाजार में टमाटर के दाम 80 से 100 रुपए किलो चल रहे थे, ऐसे में टमाटर आम उपभोक्ताओं के बजट से बाहर होता जा रहा था, लोगों ने टमाटर खरीदना ही बंद कर दिया था, क्योंकि एक किलो पर करीब दस ग्यारह टमाटर ही आते, ऐसे में एक एक टमाटर की कीमत 10 रुपए के करीब होती थी। लेकिन शनिवार को अचानक टमाटर के दाम में आई गिरावट के कारण यह फिर से आम उपभोक्ता की थाली में नजर आने लगेगा।
70 से 150 रुपए केरेट बिका टमाटर
इंदौर देवी अहिल्याबाई होलकर फल एवं सब्जी थोक मंडी में शनिवार को हल्की क्वालटी का टमाटर 70 रुपए केरेट (24 किलो बाक्स) का सौदा हुआ। बेस्ट किस्म का टमाटर 100 से 150 रुपए केरेट बिका।
टमाटर विक्रेता आसीफ मंसूरी ने बताया कि मंडी में अंजड़, सिरोन, रतलाम तथा निमाड़ी के प्रमुख क्षेत्रों से टमाटर की आवक बढ़ गई है। पिछेल दिनों मंडी में जहां 10 से 15 गाड़ी आवक हो रही थी वह बढ़कर 40 से 45 गाड़ी आ रही है। यदि लॉकडाउन नहीं लगता है तो टमाटर की कीमतें नहीं बढ़ेगी। हरे बटले की कीमतें बढऩे लगी है। इसका मुख्य कारण बारिश से दूसरी फसल खराब हो गई है। पहले बोरी गई फसल का बटला खत्म हो गया है। मंडी में बटले का सौदे 25 रुपए किलो पर
भारत दुनिया में टमाटर के उत्पादन में दूसरा स्थान रखता है पहले नंबर पर धीन है। भारत में हर साल तकरीबन 191 लाख टन टमाटर का उत्पादन होता है। देश में 7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में टमाटर की खेती होती है। प्रति हेक्टेयर लगभग 25 टन टमाटर की पैदावार मिलती है। इतनी अच्छी खेती के बावजूद बारिश के चलते उत्पादन पर असर देखा जाता है।