महायज्ञ में गुरुकुलों से जुड़े 151 विद्वान आचार्य भी शामिल होंगे। यज्ञ शाला में चारों वेदों के नाम पर चार प्रवेश द्वार, दसों दिशाओं के ***** संकेतक एवं मां नवदुर्गा की स्थापना भी होगी। प्रत्येक कुंड पर सुपारी के गणेशजी की प्रतिमा भी स्थापित होगी। महायज्ञ की पूर्णाहुति पर यज्ञ में शामिल सभी भक्तों को राम जानकी सर्व विजय मंत्र भेंट किए जाएंगे। सम्पूर्ण यज्ञशाला 32 हजार वर्गफुट में बनाई गई है। आम लोगों के लिए मंदिर सुबह 7 से रात 11 बजे तक नि:शुल्क खुला रहेगा। शहर के किन्नर समाज के लोग भी यहां आरती करेंगे।
22 मार्च को शर्मा बंधु की भजन संध्या होगी। 23 को संस्था शौर्य नमन की मेजबानी में कवि सम्मेलन होगा। 24 को नृत्य अकादमी की दीप्ति गंगराड़े द्वारा श्रीराम स्तुति एवं संतोष अग्निहोत्री द्वारा श्रीराम धुन की प्रस्तुति दी जाएगी। 25 को डॉ. नेहा कोकरे एवं पूजा पटवर्धन द्वारा कत्थक नृत्य की प्रस्तुति, 26 को दमयंती भाटिया द्वारा कत्थक नृत्य, 27 को विभावरी नृत्य शाला की पूर्वा पांडे द्वारा भरत नाट्यम की प्रस्तुति, 28 को श्रीमाधव रामानुज शास्त्री द्वारा श्रीराम हनुमंत पर आधारित प्रस्तुति, 29 को सुंदरलाल मालवीय द्वारा सबके राम कीर्तिगान एवं गुरुवार 30 मार्च को दमयंती भाटिया समूह के कलाकारों द्वारा रामायण पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी। सभी कार्यक्रम रात 8 बजे से 11 बजे तक अवध लोक परिसर में होंगे।