1977 में गुजरात से इंदौर तक का सफर आसान था लेकिन इंदौर में टिके रहने का बेहद मुश्किल था। ऐसे में पिता का साया जल्दी उठ गया तो बड़े भाई ने संभाला। हमने अपनी शुरुआत पाइप इंडस्ट्री से की थी। उस वक्त हम भारत में टॉप 3 तक की पोजिशन बनाने में सफल रहे। फिर ट्रेक्टर और आयशर में हाथ आजमाएं यहां भी सफलता हासिल कर ली। यहीं से जुनून शुरु हुआ हमेशा टॉप पर रहने का।
अरविन्द पटेल
मैनेजिंग डायरेक्टर, पटेल मोटर्स