दरअसल, मालवा-निमाड़ में खोई जमीन को तराशने के लिए बीजेपी लगातार प्रयास कर रही है। उसके बड़े नेताओं का आने का क्रम जारी है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी परियोजनाओं के माध्यम से इस क्षेत्र को साध रहे हैं तो बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अभी से चुनाव की तैयारियों में जुटने का निर्देश भी जारी कर दिया है।
इस क्षेत्र को लेकर भाजपा क्या सोचती है, इसका अंदाजा मुख्यमंत्री के लगातार हो रहे दौरों से पता चलता है। सीएम कई योजनाओं की घोषणा कर चुके हैं। इंदौर में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के सात फ्लाईओवर के जवाब में उन्होंने 11 फ्लाईओवर बनाने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं।
कांग्रेस भी बना रही रणनीति, कमलनाथ खुद लेंगे फीडबैक
दरअसल, कांग्रेस भी सदस्यता अभियान के माध्यम से ग्राउंड वर्क कर रही है। उसके सामने आने वाले विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी चुनौती 2018 के परिणाम की पुनरावृत्ति करना है। कांग्रेस से जुड़े नेताओं का कहना है कि कमलनाथ खुद इस इलाके में आने वाले दिनों में दौरा करेंगे। साथ ही उन संभावित चेहरों की तलाश करेंगे जो लंबी रेस के घोड़े साबित हों। दिग्विजय सिंह भी यहां खासी सक्रियता दिखा रहे हैं। मालवा-निमाड़ में उनका दौरा भी जल्द प्रस्तावित है।
दरअसल, पांच राज्यों के चुनाव परिणाम 10 मार्च को आएंगे। इसके बाद मध्यप्रदेश की राजनीति में भी दोनों दल उस अनुरूप अपना ग्राउंड वर्क करेंगे। मुद्दे तय होने से लेकर किसान और रोजगार को प्लानिंग होगी। किस विषय पर कितना फोकस करना है यह भी तय होगा।
आंकड़ों की जुबानी दलों की स्थिति