मध्यप्रदेश की जानी-मानी पेनजॉन फार्मा के डायरेक्टर मनोज कोठारी पिता नगीन कोठारी का मुंबई में निधन हो गया। कोठारी तब सुर्खियों में आ गए थे, जब उन पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था और हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड समेत कई राज्यों की पुलिस उन्हें ढूंढ रही थी। मनोज कोठारी और उनकी पत्नी पेनजॉन चिटफंड कंपनी चलाया करते थे, जिसमें निवेश करने वालों के करोड़ों रुपए हड़पकर पति-पत्नी फरार हो गए थे। मनोज कोठारी कोलकाता भागने की फिराक में था, तभी पुलिस ने उसे मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद भी उन पर कई मामलों में प्रकरण दर्ज किए गए थे।
कौन है मनोज कोठारी
-पेनजान फार्मा से जुड़े मनोज पिता नगीन कोठारी के खिलाफ संयोगितागंज, एमआईजी थाने में 2010 में धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का केस दर्ज किया गया था।
-पुलिस को सूचना मिली थी कि वह परिवार सहित मुंबई में रहने लगा है। मनोज कोठारी को मुंबई एअरपोर्ट से उस वक्त पकड़ लिया जब वह कोलकाता भागने की कोशिश कर रहा था।
-पुलिस के कब्जे में आते ही वह बीमार होने का बहाना बनाने लगा और हार्ट पकड़कर बैठ गया था।
निवेशकों से हड़पे थे करोड़ों रुपए
मेसर्स पेनजॉन फार्मा कंपनी लिमिटेड के संचालक मनोज पिता नगीन कोठारी अंजू पति मनोज कोठारी थे।
-आरोपियों ने वर्ष 1984 में दवाइयों के निर्माण विक्रय के लिए करोड़ों की निवेश की योजना बनाई थी।
-निवेशकों को साढ़े 12 प्रतिशत ब्याज का प्रलोभन देकर करोड़ों रुपए एकत्रित किए। बदले में संचालकों ने निवेशकों को चेक दिए थे, लेकिन समयावधि बीतने के बाद भी पैसे नहीं दिया गया।
-इस पर निवेशकों की शिकायत पर 1 सितंबर 2009 को थाना एमआईजी ने दोनों संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी षड्यंत्र रचने के आरोप में FIR दर्ज की थी।