डायरेक्टर बनकर किया कॉल
बैंक मैनेजर को पहले एक अज्ञात कॉल आया, जिसमें सामने वाले ने खुद को ओसियन मोटर्स का डायरेक्टर महेंद्र पटेल बताया था। कॉलर ने मैनेजर से कहा कि तुरंत फंड ट्रांसफर करना है और उसका चेक बुक भी खत्म हो चुका है। इसी को लेकर मैनेजर ने कॉलर को कंपनी के लेटर हेड पर अधिकार पत्र भेजने की बात कही, ताकि वह उसके खातों में पैसे ट्रांसफर कर सके। इसके दूसरे ही दिन मैनेजर को एक ईमेल आईडी से लेटर हेड पर मेल आया जिसमें ओसियन मोटर्स के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था। दस्तावेज में किए हुए हस्ताक्षर भी बैंक के रिकॉर्ड से मेल खा रहे थे जिसपर बैंक मैनेजर ने 26.99 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। यह भी पढ़े – गाय-बकरी चराने को लेकर भिड़े किसान और सरपंच , 14 लोग घायल साइबर पुलिस में की शिकायत
बैंक मैनेजर को पैसे भेजने के बाद शक हुआ। उसने तुरंत असली ओसियन मोटर्स के मालिक से संपर्क किया और उनसे लेटर हेड और मेल के बारे में पुछा। इसका जवाब सुनते ही मैनेजर के पैरों तले जमीन खिसक गई। डायरेक्टर ने उन्हें बताया कि उन्होंने ऐसा कोई भी लेटर हेड या मेल नहीं भेजा है और न ही पैसों की डिमांड की है। तब मैनेजर को समझ में आया की उसके साथ ठगी हुई है। इसकी शिकायत करने वह
इंदौर साइबर ब्रांच पंहुचा और पुलिस को सारी कहानी बताई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने ठगी की जांच शुरू कर दी है।