उज्जैन से दर्शन कर लौटे श्रद्धालुओं ने महाकाल लोक के भ्रमण को स्वर्ग लोक जैसा बताया। महाकाल दर्शन कर लौटे टीकमगढ़ निवासी अखिलेश तिवारी ने बताया कि पहले भी महाकाल दर्शन करने आए हैं, लेकिन इस बार का आनंद अनूठा रहा। बाबा के दर्शन के साथ अलौकिक महाकाल लोक के भ्रमण जैसा आनंद और कहीं नहीं है। महाकाल लोक में प्रवेश करते ही देवलोक के भ्रमण की अनुभूति होती है। दुश्यंत कुशवाह ने बताया कि महाकाल लोक जैसा स्थान और कहीं नहीं है।
एक बस तीन से चार बार उज्जैन का राउंड लगा रही है। बताया गया है कि इंदौर से बसों से ही रोजाना लगभग एक लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। उज्जैन के लिए सभी बसें खचाखच जा रही हैं। सामान्य दिनों में 50 हजार सवारियों का ट्रैफिक रहता है।