पंचायत छापरिया में बुधवार को 85 वर्षीय बिरजा भूरिया का निधन हो गया था। शव यात्रा गुरुवार सुबह 10 बजे निकाली गई। गांव से मुक्तिधाम पहुंच मार्ग पर दो नाले और एक नदी पार करना पड़ती है। लेकिन पुलिया नहीं होने के कारण गांव के लोगों ने नदी को पार करने के लिए दोनों किनारों पर रस्सी बांधी और उसके सहारे नदी को पार किया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग पर गांव के बाहर 200 मीटर की पक्की सड़क बनी हुई, इसके बाद कच्चा रास्ता है। कई बार सरपंच, सचिव और अन्य अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन आज तक नदी पर पुलिया नहीं बन पाई है। आदिवासी नेता भीम सिंह गिरवाल ने बताया कि इस मार्ग से गांव के बच्चों की स्कूल, बाजार और अस्पताल जाने का रास्ता है। हर दिन ग्रामीण जान जोखिम में डालकर गांव से बाहर जाते है।
इनका कहना
मुक्तिधाम पहुंच मार्ग पर नाले के कारण बारिश में दिक्कत आती है। अब पुलिया के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजेंगे।
भारत जाट, पंचायत सचिव