डीएफओ महेन्द्र सिंह सोलंकी का शव नवरत्नबाग स्थित उनके सरकारी आवास पर फांसी पर लटका मिला है। घटना के वक्त फर उनके माता-पिता मौजूद थे और पत्नी के खरगोन जाने व बेटा-बेटी के घर से बाहर होने का पता चला है। नौकर ने सबसे पहले महेन्द्र सोलंकी के शव को देखा और परिजन व पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है जिसके कारण आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
डीएफओ महेन्द्र सोलंकी करीब 2 साल से इंदौर में पदस्थ थे। वो मूल रूप से खरगोन जिले के रहने वाले थे। वो सात महीने बाद रिटायर होने वाले थे। आशंका जताई जा रही है कि पारिवारिक कारणों से उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।