दरअसल विकासखंड के अंतर्गत ग्राम मिटावल में संत सिंगाजी मंदिर बस स्टैंड के पास गलत तरीके से ट्रांसफॉर्मर लगने से कई बंदरों की मौत हो चुकी है। मामले में मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के आला अधिकारियों ने मौन धारण कर रखा है। कई बार शिवना कंपनी के अधिकारी को ग्रामीणों ने इस बारे में अवगत कराया, लेकिन कोई अधिकारी इस मामले में रुचि नहीं दिखा रहा है। जबकि इसी स्थान पर संत सिंगाजी महाराज के मेले का आयोजन 6 से 9 अक्टूबर को होने जा रहा है जिसमें ंदूर-दूर के लाखों श्रद्धालु निशान चढ़ाने एवं दर्शन करने आएंगे। स्थिति ऐसी ही रही तो कभी भी किसी भी समय बड़ी दुर्घटना हो सकती है ।
ग्रामीणों में संत सिंगाजी महाराज के अध्यक्ष महेश तंवर, सरपंच दुर्गाबाई, टीनू पालसिंह तोमर, जितेंद्र राठौड़, पूर्व सरपंच मुकेश ठाकरे, गुलाबचंद यादव, अशोक तंवर, सुशील पटेल, अनिल मणिक, भूपेंद्र राठौर, मुन्नालाल तेजी, रितेश पगारे, दिनेश तंवर आदि ने मांग की है कि तत्काल प्रशासन कार्रवाई करें। यदि कार्रवाई नहीं की जाती है तो इस संबंध में मिटावल के ग्रामीण धरना प्रदर्शन करेंगे। पेड़ के पास ही ट्रांसफॉर्मर होने से पिछले दिनों में कई बंदरों की करंट लगने से मृत्यु हो चुकी है। मामले में ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि पहले वाले स्थान पर ट्रांसफॉर्मर डीपी लग जाती तो यह स्थिति नहीं बनती। बताया गया कि 2 साल पहले भी यहां पर एक व्यक्ति की करंट लगने से मृत्यु हो
गई थी।
इस संबंध में सब डिवीजन भीकनगांव के पुरुषोत्तम बैरागी सहायक यंत्री से बात की तो उन्होंने बताया कि ट्रांसफॉर्मर के संबंध में पंचायत का ठहराव प्रस्ताव मांगा था जो अभी तक नहीं आया है। उसका एक सीधा सा समाधान है कि उस पेड़ को काट दो केवल एक पेड़ कटेगा समस्या खत्म हो जाएगी। बंदर पहले छत पर आते हैं छत के बाद ट्रांसफॉर्मर से पेड़ पर जाते हैं।