मुंबई जैसे बड़े शहरों से होता हुआ गरबे का सबसे लैटेस्ट ट्रेंड अब शहर में भी पहुंच चुका है। इसका नाम है सालसा गरबा। इन दिनों इंदौरियंस ये गरबा फॉर्म सीख रहे हैं। इसे सबसे पहले सूरत में इं़ट्रोड्यूज किया गया था और शहर के लोग भी इसे लेकर एक्साइटेड हैं।
इसमें स्पेशल म्यूजिक ट्रैक क्रिएट किया जाता है, जो लोगों में उत्साह भर देता है और गरबा का रोमांच और भी ज्यादा बढ़ा देता है। सालसा गरबा में सालसा की बेसिक स्टेप्स को डाला जाता है और ये कपल के साथ ही किया जाता है। इसमें केमिस्ट्री को मेन फोकस रखा जाता है। ट्रेडिशनल गरबा में वेस्टर्न डांस फॉर्म सालसा को मिक्स किया गया है। इसमें कमर में मूव्स पर भी काफी काम किया जाता है और इसकी खूबसूरती इसी से बढ़ती है।
गरबा के नॉर्मल स्टेप्स के बीच लेग और हैंड मूव्स को सालसा के मूव्स की तरह करते हैं। इसमें बीट्स भी एनर्जेटिक होते हैं। इसे 60 मिनट तक करने से 200 से 500 कैलोरी तक बर्न होती है। इस लिहाज से ये सेहत के लिए भी फायदेमंद है। पार्टिसिपेंट्स में सालसा गरबा सीखने को लेकर काफी एक्साइटमेंट है। हम भी इसमें कुछ एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं, ताकि परफॉर्मेंस को यूनीक और बेहतर बनाया जा सके।
जैसे-जैसे नवरात्र नजदीक आ रहे हैं वैसे ही पार्टिसिपेंट्स में उत्साह बढ़ता जा रहा है। डांडिया रास में कृष्ण के बचपन की लीलाएं देखने को मिलेंगी। इसमें गोपी के संग कृष्ण की रास-लीलाओं पर भी गरबा रास खेला जाएगा। पार्टिसिपेंट कृष्ण और राधा के प्रेम को सुंदर रूप में प्रस्तुत करेंगें। ट्रेनर ने बताया कि सबसे ज्यादा ध्यान हम चेहरे के हाव-भाव पर दे रहे हैं क्योंकि एक्सप्रेशन ही इसे खास बनाते हैं। हाव-भाव के साथ अच्छी परफॉर्मेंस देने के लिए सब मेहनत कर रहे हैं।