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इंदौर

देश-दुनिया को हंसानेवाले गली-गली जाकर बेचते हैं 10 रुपए वाला माल, जानिए अख्तर हिंदुस्तानी की दास्तां

लाफ्टर शो में खूब हंसा रहे फेरी लगाने वाले अख्तर हिंदुस्तानी

इंदौरJun 30, 2022 / 08:27 pm

deepak deewan

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अख्तर हिंदुस्तानी की अनकही दास्तां

इंदौर. शहर के अख्तर हिंदुस्तानी ने टीवी शो इंडियाज लाफ्टर चैम्पियन में न केवल जगह बनाई बल्कि वे बड़ी तारीफें भी पा रहे हैं। शौकिया कवि और कॉमेडियन अख्तर दरअसल गली—गली जाकर फेरी लगाकर सामान बेचते हैं। उनकी परफॉर्मेंस देख शो के जज शेखर सुमन और अर्चना पूरनसिंह भी उनकी प्रतिभा की दिल खोलकर प्रशंसा कर रहे हैं। दोनों ने अख्तर से इतना तक कह दिया कि आप कॉमेडियन नहीं, तपस्वी हैं। हमें व इस शो को आपके इस तप की बहुत जरूरत है।
फेरी लगाते हैं अख्तर हिंदुस्तानी
अख्तर 52 साल के हैं. सन 1970 में जन्मे अख्तर सन 1984 से लेखन और कॉमेडी कर रहे हैं। वे बताते हैं कि अब तक उन्होंने करीब तीन हजार कवि सम्मेलनों या मुशायरों में शिरकत की लेकिन उन्हें असल पहचान अब मिल रही है। वे इंदौर में फेरी लगाकर 10 से 60 रुपए कीमत का सामान बेचते हैं. अख्तर शहर के राजबाड़ा इलाके में फेरी लगाकर इमिटेशन जूलरी बेचते हैं। वे बताते हैं- ‘ इसी की कमाई से उनका पांच लोगों का परिवार चलता है। बाप-दादा की ऐसी बरकत है कि पांच लोग भरपेट खाते हैं। बिजली बिल 200 रुपए का आता है और सरकार ने राशन कार्ड दे ही रखा है। कभी खाने-कमाने की परवाह तो रही ही नहीं। पहले मेरे पिता और इससे पहले दादा भी यहीं फेरी लगाते थे।’
फेरी लगाने पर ही बन पाता है खाना
अख्तर हिंदुस्तानी अभी मुंबई में हैं इसलिए यहां उनका बेटा ज़ैद हिंदुस्तानी फेरी लगा रहा है। जैद कहते हैं कि पापा फेरी लगाते हैं तब ही घर में खाना बनता है। उनकी मेहनत से ही हमारा घर चलता है। वे चाहे कितनी ही उलझन में रहें पर कभी जोक सुनाकर तो कभी अपनी कविताओं से हमें हंसाते रहते हैं। ऐसी कई ईद निकलीं जब हमने तो नए कपड़े पहने पर पापा ने पुराने कपड़ों में ईद मनाई।
इंडियाज लाफ्टर चैम्पियन में अख्तर हिंदुस्तानी अगले वीकेंड में नजर आएंगे। सोनी टीवी के इस शो में अख्तर के कामेडी के अंदाज के साथ उनकी अतरंगी हेयरस्टाइल की भी तारीफ की जा रही है। उनका एपिसोड इस सप्ताह के अंत में प्रसारित किया जाएगा। अख्तर अपने इस सफर का पूरा श्रेय अपने दोस्तों को देते हैं. उनका कहना कि वे दोस्तों के बीच कामेडी करते रहते थे, उन्हीं ने हौसला बढ़ाया आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. इंडियाज लाफ्टर चैंपियन के जरिए उन्हें अपना मुकाम मिल गया। शो के लिए ऑडिशन देते ही उन्हें चुन लिया गया था।

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