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सीबीआइ ने 1 सितंबर को जेईई मेन्स के आयोजन में कथित अनियमितता और 15 लाख लेकर परीक्षा पास कराने के साथ एनआइटी संस्थानों में दाखिला दिलाने के आरोप में एफआइआर दर्ज की गई। एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशंक सिद्धार्थ कृष्णा, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय के साथ कई और लोगों के खिलाफ सीबीआइ ने मामला दर्ज किया है। छापे इसी क्रम में मारे गए हैं।
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ये है पूरा मामला
सीबीआइ के प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा आरोपी हरियाणा के सोनीपत के एक एग्जाम सेंटर से रिमोट एक्सेस के माध्यम से कैंडिडेट्स के प्रश्नपत्र को हल कर रहे थे। यानी कैंडिडेट के बदले जैईई मेन्स परीक्षा कोई और दे रहा था। आरोपियों ने सिक्योरिटी के तौर पर छात्रों से 10वीं, 12वीं की मार्क्सशीट, यूजर आइडी पासवर्ड और आगे की तिथि का बैंक चेक जमा कंराया थां। दाखिला हो जाने के बाद छात्रों से 12 से 15-लाख रुपए वसूलते थे।