आकाश विजयवर्गीय पर आरोप है कि गंजी कंपाउंड इलाके में स्थित एक जर्जर मकान को जमींदोज करने की कार्रवाई के दौरान उन्होंने नगर निगम के एक अधिकारी पर बेट से हमला कर दिया था, जिसकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर खासा वायकल हुई थीं। फिलहाल, इस मामले में आकाश विजयवर्गीय की ओर से सीनियर एडवोकेट अविनाश सिरपुरकर पैरवी कर रहे हैं।
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प्रकरण की सुनवाई विशेष न्यायाधीश देवकुमार के समक्ष चल रही है। सुनवाई के दौरान हुए बयान में विजयवर्गीय के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने वाले निगम अधिकारी ही बयान से पलट गए थे। उन्होंने बाद में अपना बयान बदलते हुए कहा कि उन्होंने विजयवर्गीय को उनपर बल्ला चलाते हुए नहीं देखा, बल्कि उनके हाथ में बल्ला देखकर उनके खिलाफ रिपोर्ट लिखवा दी थी। कोर्ट ने प्रकरण में सभी पक्षों को सुनने के बाद फैसले के लिए 9 सितंबर यानी आज की तारीख तय की थी। फिलहाल, देखना दिलचस्प होगा कि आज कोर्ट आकाश विजयवर्गीय को दोषी करार देता है या बरी करता है?