ये भी पढ़ें: कोर्ट में पेश नहीं हुई आरोपी श्वेता स्वपनिल जैन, गिरफ्तारी वारंट जारी विपरीत परिस्थितियों में लोकमाता अहिल्या ने न्याय व धर्म आधारित शासन कर एक आदर्श पेश किया था। उन्होंने मुगलों के आक्रमण के दौरान खंडित हुए कई तीर्थ स्थलों का जिर्णाद्धार कराया तो घाट व धर्मशालाएं भी तैयार कराईं। ये सारा खर्च शासन के बजाए अपनी तरफ से करती थीं।
पत्र में यह लिखा
महाजन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा, माता अहिल्या ने होलकर राज्य का कार्य भी हुजूर श्री शंकर के नाम से संचालित किया था। आप स्वयं शिव की नगरी वाराणसी का प्रतिनिधित्व करते हैं। इंदौर से उज्जैन, तिरुपति होते हुए रामेश्वरम तक एक त्रिसाप्ताहिक ट्रेन प्रारंभ की जाए, जिससे ओंकारेश्वर, उज्जैन व रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग तीर्थ स्थल सीधे जुड़ सकें।
दिल्ली से उज्जैन ट्रेन की भी मांग
ताई ने दिल्ली से उज्जैन तक सीधी ट्रेन सेवा शुरू करने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में, इंदौर से दिल्ली के लिए कई ट्रेनें उपलब्ध हैं, जबकि उज्जैन के लिए सीधी ट्रेनों की संख्या कम है। महाकाल लोक के निर्माण के बाद, दिल्ली से उज्जैन की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई है, जिसके कारण दिल्ली से सीधी ट्रेन सेवा की मांग बढ़ रही है।