3 करोड़ रुपए की मांगी थी फिरौती
यह मामला तब उजागर हुआ जब ब्लैकमेल करने वाली महिलाओं ने हरभजन से 3 करोड़ रुपए की मांग की। वहीं 17 सितंबर 2017 को तत्कालीन एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र से हरभजनसिंह ने मामले की शिकायत की। इस पर पलासिया थाने में धोखाधड़ी और धमकाने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया।
ये था पूरा मामला
हरभजन सिंह के निगम में इंजीनियर रहते युवतियों से पहचान हुई। युवतियां खुद को ठेकेदार बताती थीं और ठेके दिलाने की बात को लेकर ही दोनों पक्ष की मुलाकातें होती रहीं। हरभजन सिंह ने आरोप लगाया था कि कथित वीडियो का झांसा देकर युवतियां उनसे 3 करोड़ रुपए मांग रही हैं। तब उन्हें 50 लाख देने के बहाने बुलाकर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनमें भोपाल की एनजीओ संचालक युवती सहित पांच युवतियां और एक ड्राइवर शामिल था। गिरफ्तार युवतियों में आरती, मोनिका, श्वेता (पति विजय), श्वेता (पति स्वप्निल) और बरखा शामिल थीं। सभी को कोर्ट ने जेल भेज दिया था।
हाई प्रोफाइल हो गया था केस
केस में शामिल युवतियों के कई बड़े अफसरों और नेताओं से संपर्क होने के दावे के चलते मामला हाई प्रोफाइल हो गया था। शासन ने केस की गंभीरता को देखते हुए एडीजी स्तर के अफसर के नेतृत्व में एसआइटी भी गठित की थी। हालांकि इसके बाद हरभजन सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाकर युवती ने शिकायत की थी। सिंह को नगर निगम से हटाकर रीवा अटैच किया गया था। बता दें कि पलासिया थाने में दर्ज कराए गए केस का अभी कोर्ट में ट्रायल चल रहा है।
हार्ट अटैक से हुई मौत
सेवानिवृत्त होने के बाद वे पलासिया इलाके की बिल्डिंग में परिवार के साथ रहते थे। परिवार में पत्नी, बेटा और बेटी हैं। वे ज्यादा समय रीवा में रहते थे। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हरभजन सिंह की मौत हार्ट अटैक से हुई है। मामले की जांच जारी है।