कुलकर्णी नगर के कुछ लोगों ने बताया, जीतू ने रंगदारी से बगीचे पर ऑफिस बनाकर कजा किया। उसे वार्ड 24 का जनसेवा केंद्र नाम दिया, पर यहां दिनभर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगता था। इनमें कई क्रिकेट के सटोरिए भी थे। यहां मांडवली और लेन-देन के हिसाब होते थे। कई बार पैसे न देने पर लोगों को थर्ड डिग्री देने में भी गुंडे नहीं चूकते थे। निगम के बगीचे पर ताला लगाकर रखने की भी बात लोगों ने कही।
खंडवा में अर्धनग्न होकर प्रदर्शन
इंदौर में पार्षद कालरा के घर हुए हमले के विरोध में खंडवा का सिंधी समाज भी विरोध में उतर आया। युवा संगठन ने रैली निकालकर कलेक्टोरेट पर प्रदर्शन किया। एक युवक ने अर्धनग्न होकर मुख्यमंत्री और कलेक्टर से जीतू को आरोपी बनाने की मांग की। उन्होंने कहा, उसके घर पर बुलडोजर कब चलेगा, उसमें डीजल के पैसे कम हों तो खंडवा का सिंधी समाज चंदा करके भिजवा देगा।
मिल की जमीन पर भी तान चुका अवैध ’56 दुकान’
दर्जनभर आपराधिक मामलों से लदा जीतू सरकारी जमीनों पर कजा करने में भी पीछे नहीं है। उसने कल्याण मिल की जमीन पर कजा किया है। यहां अवैध ’56 दुकान’ मार्केट बनाया। नगर निगम और कलेक्टर को शिकायत हुई, पर जीतू के रसूख व आकाओं के संरक्षण के आगे कार्रवाई नहीं हुई। लचर रवैया…पुलिस ने नहीं मांगा रिमांड, 5 गुर्गे गए जेल
सीहोर के ढाबे से जीतू के गुर्गे शैलेंद्र उर्फ पिंटू शिंदे समेत पांच को पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में पेश कर दिया। हालांकि रिमांड नहीं मांगा। नतीजा, कोर्ट ने सभी को जेल भेज दिया। बताते हैं, रिमांड मांगती तो पिंटू से पूछताछ में कई खुलासे हो सकते थे। सीएम के निर्देश के बाद भी पुलिस का रवैया अब भी लीपापोती का दिख रहा है।