एक साल बाद रिटायर होने वाली थीं वंदना
जस्टिस वंदना कसरेकर की उम्र ज्यादा थी और उन्हें बीते दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इंदौर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अमर सिंह राठौर ने वंदना के निधन के बारे में जानकारी देते हुए दुख प्रकट करते हुए कहा कि जस्टिस वंदना एक साल बाद रिटायर होने वाली थीं। कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एयरलिफ्ट कर दिल्ली ले जाने की तैयारी भी थी लेकिन हालत नाजुक होने के कारण दिल्ली एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका और इंदौर में ही इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
सीएम शिवराज ने ट्वीट कर जताया दुख
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी जस्टिस वंदना कसरेकर के निधन पर ट्वीट कर दुख जताया है। सीएम ने अपने रविवार को ट्वीट कर लिखा कि इंदौर उच्च न्यायालय में पदस्थ माननीय न्यायमूर्ति वंदना कसरेकर के निधन का दुःखद समाचार मिला है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को इस वज्रपात को सहने की क्षमता दें। मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ हैं। ॐ शांति..
इंदौर में फिर कहर बरपा रहा कोरोना
इंदौर शहर में फिर से कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है कि बीते दिनों इंदौर हाईकोर्ट के कई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और रोजाना कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। रविवार को भी यहां 427 पॉजिटिव केस मिले हैं। वहीं अगर बात की जाए तो अब तक इंदौर में कोरोना से 811 लोगों की मौत हो चुकी है।
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