41 जिलों तक कोरोना फैल गया
पिछली 15 अप्रैल की स्थिति में मध्यप्रदेश में 26 जिलों में कोरोना था, लेकिन कोरोना लगातार नए जिलों में बढ़ता गया। एक मई की स्थिति में 32 जिलों में कोरोना पहुंच गया, जबकि अब 11 मई की स्थिति में 41 जिलों तक कोरोना फैल गया है।
जिलों को क्लीन से ओरेंज जोन में बदलना पड़ा
पिछले दो हफ्ते में एक दर्जन क्लीन जिले ओरेंज जोन में पहुंच गए। इसमें सिवनी, मंडला, पन्ना, गुना, बैतूल, सीहोर, झाबुआ, अशोकनगर, डिंडौरी, रीवा और भिंड सहित अन्य जिले शामिल हैं। इन जिलों में आर्थिक गतिविधियां क्लीन जिला होने के कारण शुरू करने के बाद कोरोना पॉजीटिव केस सामने आए हैं। इस कारण इन जिलों को क्लीन से ओरेंज जोन में बदलना पड़ा है।
चार गुना बढ़ गए मरीज-
महीनेभर में नए जिलों में कोरोना फैलने के साथ मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। पंद्रह अप्रैल को 938 पॉजीटिव मरीज और 53 मौत थी। वही एक मई को 2715 मरीज और 145 मौत थे, लेकिन अब 11 मई की स्थिति में 3785 मरीज और 221 मौतेंं दर्ज हो चुकी हैं।
गांवों में बढ़ता गया खतरा
प्रदेश के गांवों अब संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। एक हफ्ते पूर्व करीब 60 गांव कोरोना की चपेट में थे, लेकिन अब यह संख्या 90 पार पहुंच गई है। नए जिलों में आने वाले संक्रमण के केस के कारण ग्रामीण इलाकों में भी खतरा बढ़ रहा है।
बाहर से आने वाले लोग खतरा
बाहरी राज्यों से आने वाले मजदूर और अन्य प्रवासी लोग संक्रमण का सबसे बड़ा खतरा है। फिलहाल अधिकतर होम-क्वारंटीन हो रहे हैं, जिससे संक्रमण की आशंका बढ़ती है। अनेक केस ऐसे सामने आए हैं, जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं दिखे, लेकिन बाद में जांच में व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव पाए गए। इसके चलते क्लीन जिलों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।