बैठक में सभा और सोसायटी की मतदाता सूची के फॉर्म का मुद्दा उठा। इस पर महासचिव गांधी का कहना था कि हमने फॉर्म तैयार करके मोनू भाटिया को दे दिए थे। उन्होंने कहा कि मैंने पर्यवेक्षक को भेज दिए। इस पर मोनू भाटिया ने कड़ी आपत्ति ले ली। बोले कि मैंने आपको ये कब कहा कि फॉर्म पर्यवेक्षक को भेज दिया है। आपने उसके साथ क्या-क्या बोला था मुझे सब याद है?
आपने कहा था कि अध्यक्ष रिंकू भाटिया गुरुनानक पब्लिक स्कूल का काम कराना चाहते हैं। आप अकाल तख्त से काम रूकवाओ, क्योंकि चुनाव शुरू हो गए हैं। इसके अलावा भी कई बातें आपने कही थी। ये सुनते ही गांधी के चेहरे की हवाइयां उड़ऩे लगीं।
खालसा एजुकेशन सोसायटी के चुनाव कराने की बात पर बॉबी छाबड़ा का कहना था कि हम अपने नियमानुसार चुनाव कराते हैं। 2022 में चुनाव हुए थे। अब 2025 में चुनाव होंगे जो संगत के हिसाब से करा लेंगे। बॉबी ने गांधी पर निशाना लगाते हुए कहा कि आपने शिकायतें कि जिसकी वजह से स्कूल-कॉलेज बदनाम हुए। बाहर की दुकानें सील हुईं।
इस पर गांधी बोले कि मैंने संगत को बोल दिया है कि कॉलेज व स्कूल की जमीन की रजिस्ट्री बॉबी के नाम कर दो। बॉबी ने पलटवार करते हुए कहा कि आप सभा के लेटर पेड पर शिकायतें करते हैं। आपके नाम पर गुरुद्वारा की रजिस्ट्री करा देते हैं।