श्रीतेजेश्वर गणपति
इंदौर. शहर में ऐसा मंदिर है, जहां भगवान गणेश की प्रतिमा सफेद आकड़े की जड़ से बनी हुई है। इस प्रतिमा को कफ्र्यू के दौरान जमीन खोदकर बाहर निकालकर सिलावटपुरा में 16 किलो चांदी के ङ्क्षसहासन पर विराजित किया गया। यह श्रीगणेशधाम 38 साल पुराना मंदिर है। सफेद आक की यह गणेश प्रतिमा श्रीतेजेश्वर चिंतामण गणपति के नाम से प्रसिद्ध है। वहीं, भगवान के समक्ष 6 किलो चांदी का मूषक भी है। इसके अलावा आसपास शुभ-लाभ और रिद्धि-सिद्धि भी हैं। मंदिर में शिव परिवार के साथ राम दरबार भी है। मंदिर में साध्वी ऋतंभरा, कनकेश्वरी देवी, अवधेशानंद महाराज सहित कई साधु-संत आ चुके हैं। मंदिर के पुजारी अजय राठौर ने बताया कि वर्ष 1983 हमारे दादा तेजकरण राठौर रोजाना हरसिद्धी फूलमंडी पर नर्मदेश्वर मंदिर में पूजा करने पहुंचे थे। उन्हें बिजासन माता का ईष्ट था। जिस पेड़ से फूल तोड़ते थे वह काफी पुराना हो चुका था। एक दिन पूजन के दौरान ही उन्हें चेतना आई कि आंकड़े के पेड़ के नीचे गणेशजी मौजूद है। इस पर उन्होंने खुदाई की तो आंकड़े के पेड़ की जड़ में गणेशजी की आकृति निकली। उस दौरान कफ्र्यू होने लगा होने के बावजूद उन्होंने प्रतिमा को को सिलावटपुरा में श्रीगणेशधाम में स्थापना की। वर्ष 1984 में उक्त प्रतिमा को पुष्य नक्षत्र में विधिवत स्थापित की।