परीक्षा में तीन चरण में प्रश्नों के उत्तर पूछे जाएंगे। इसमें क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड (क्यूए) मल्टीपल च्वाइस क्वेंशन (एमसीक्यू) का 25 फीसदी वैटेज रहेगा। क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड शार्ट आंसर का वैटेज भी 25 फीसदी रहेगा। वर्बल एबिलिटी एमसीक्यू का वैटेज 50 फीसदी रहेगा। तीनों सेशन के लिए परीक्षार्थी को 40 – 40 मिनट का समय दिया जाएगा। दो घंटे में सभी प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। टेस्ट में आए अंकों के आधार पर साक्षात्कार प्रक्रिया में शामिल होने का मौका दिया जाएगा।
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12वीं के छात्रों को मिलेगा तैयारी का खास समय
12वीं के बाद आइआइएम के आइपीएम कोर्स में प्रवेश लिया जा सकता है। पिछले वर्षों में परीक्षा जल्द हो जाती थी। इसके चलते विद्यार्थियों को 12वीं बोर्ड परीक्षा देने के बाद तैयारी के लिए समय नहीं मिल पाता था। इस बार परीक्षा जून में होने जा रही है। इससे 12वीं के विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी के लिए अच्छा समय मिल सकेगा।
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यहां भी पढ़ाया जा रहा पाठ्यक्रम
परीक्षा के विशेषज्ञ अजय बंसल का कहना है कि, आइआइएम के आइपीएम कोर्स में करीब 150 सीटों पर प्रवेश दिया जाता है। इसके लिए हर साल देशभर से 20 हजार स्टूडेंट आवेदन करते हैं। बेहतर पाठ्यक्रम और प्लेसमेंट होने से आइपीएम कोर्स में प्रवेश लेने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि, आइआइएम इंदौर के इस पाठ्यक्रम को आइआइएम रोहतक, आइआइएम रांची, आइआइएम बोधगया और आइआइएम जम्मू ने भी अपना लिया है। इनमें प्रवेश के लिए अलग से परीक्षा आयोजित की जाती है। कुछ बेहतर संस्थानों में भी इसकी शुरुआत हो गई है।