युवक कांग्रेस के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि “यह आरएसएस की विचारधारा है। मैं चाहता हूं कि आरएसएस के लोग मुझसे बहस करें। तुम्हारा (RSS) संगठन है कहां? रजिस्टर्ड संस्था कहां है? ये केवल गुपचुप तरीके से काम करते हैं, दबे-छिपे काम करेंगे। खुलेआम कोई काम नहीं करेंगे। गुप्त रूप से बात करेंगे। कानाफूसी करेंगे। गलत बात फैलाएंगे। दिग्विजय सिंह ने कहा कि संगठन के रूप में संघ ने कभी कोई धरना दिया है क्या ? कोई आंदोलन किया है क्या ? किसी आम आदमी, किसान या मजदूर की लड़ाई लड़ी है कहीं ? सिंह ने कहा कि ये कभी नहीं लड़ेंगे। वो हमेशा आपके घर में आएंगे। आपसे कहेंगे- भाई साहब, आपने बहुत दिन से चाय नहीं पिलाई है। चाय तो पिलाइए। भोजन करा दीजिए। यह लोग ऐसे ही विचारधारा को फैलाते हैं।”
दिग्विजय सिंह संघ तक ही नहीं रुके आगे कहा कि हिंदू धर्म को कभी भी खतरा नहीं रहा है। सिंह ने कहा कि हिंदू धर्म इतना व्यापक, विशाल है कि हमारे यहां सभी धर्मो को स्वीकार किया गया है। ईसाई धर्म पश्चिम के देशों में से पहले भारत आया। ईसा मसीह के 40 साल बाद ही ईसाई धर्म बारत देश में पहुंच गया था। वही इस्लाम हमारे देश में आठवीं सदी में ही आ गया। तब भी इस देश में हिंदुओं को कोई खतरा नहीं हुआ था। दिग्विजय सिंह ने इसारों में बीजेपी से सवाल किया है कि वर्तमान में देश के राष्ट्रपति से लेकर ऊपर के सभी पदों पर हिंदू हैं फिर हिंदू धर्म को खतरा कैसे हो गया ?