सेंटर फॉर कान्फिलिक्ट मैनेजमेंट (सीसीएम) नाम से शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट को एक साल पूरे हो गए और इस सेंटर के जरिए अब तक 2700 कान्फिलिक्ट का निवारण किया जा चुका है और अभी भी टीम लगातार लोगों की समस्याओं को हल कर रही है।
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नौकरी जाना और पढ़ाई छूटना प्रमुख कारण
आइआइएम के डायरेक्टर और सीएसएम के फाउंडर प्रो. हिमांशु राय ने बताया कि सीसीएम (Centre For Conflict Management) की वेबसाइट पर सबसे ज्यादा 25 से 35 साल के युवाओं ने अपनी परेशानियां शेयर कीं। यह ऐसे युवा थे, जिनकी महामारी में नौकरी चल गई और जिनके ऊपर पारिवारिक जिम्मेदारी थी। वे समझ नहीं पा रहे थे कि कैसे सब मैनेज करें। दूसरा ग्रुप उन स्टूडेंट्स का था, जिन्होंने 12वीं पास की थी, रिजल्ट नहीं आया था और कॉलेज में एडमिशन लेना था, वे अपनी शिक्षा को लेकर परेशान थे।
राजस्थान से आई ज्यादा समस्या
सीसीएम में एक साल में सबसे ज्यादा समस्याएं राजस्थान से आई, यहां से 358 समस्याएं आई, वहीं इसके बाद महाराष्ट्र से 336, उत्तर प्रदेश से 325, बिहार से 320 समस्याएं आईं, वहीं मध्यप्रदेश से 189 समस्याएं आईं।
35 रिसोर्स पर्सन जुड़े
सीसीएम से 35 रिसोर्स पर्सन जुड़े हैं। वेबसाइट पर जो समस्या आती है, वह रिसोर्स पर्सन देखते हैं और उसका हल निकालकर हर समस्या प्रो.राय के पास जाती है। राय ने बताया कि मैं हर समस्या और उसके सॉल्यूशन को देखता हूं और अगर सॉल्यूशन में कोई बदलाव होता है तो उसे करता हूं और फिर वह साल्यूशन उस पर्सन को मेल कर दिया जाता है।
आप भी पा सकते हैं समाधान
आपको भी कोई समस्या है, तो आप सीसीएम के जरिए अपनी समस्या का समाधान पाने के लिए वेबसाइट (centre4cm.org) पर जाकर ‘शेयर योर कान्फिलिक्ट’ पर क्लिक करें। आपके सामने एक पेज खुल जाएगा, जिसमें आपको अपनी जानकारी के साथ अपने कान्फिलिक्ट को लिखना है। अपनी समस्या लिखने के लिए यहां भाषा भी कोई समस्या नहीं है, क्योंकि इस वेबसाइट पर आप भाषा का चयन कर 23 भाषाओं में अपनी समस्या लिख सकते हैं।
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