चौथे साल की पढ़ाई के बाद बीबीए ऑनर्स और बीबीए ऑनर्स विद रिसर्च की डिग्री प्रदान की जाएगी। इस साल कॉलेज में फस्र्ट ईयर में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। एक मई से शुरू हुई इस प्रक्रिया में बीबीए व बीसीए का कोर्स वार्षिक प्रणाली से बताया जा रहा है।
एडमिशन की प्रक्रिया उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत अन्य कोर्सेस के समान ही हो रही है, लेकिन एआइसीटीई ने इसका जो कोर्स घोषित किया है, उसमें इसे छह सेमेस्टर में बांटा गया है। इस प्रकार यह कोर्स सेमेस्टर होगा। मॉडल करिकुलम फ्रेमवर्क भी लॉन्च एआइसीटीई ने बीबीए के इन तीनों कोर्सेस के सिलेबस के लिए मॉडल करिकुलम फ्रेमवर्क भी लॉन्च कर किया है।
सिलेबस में मैनेजमेंट के बेसिक प्रिंसिपल्स के साथ ग्लोबल लेवल पर मैनेजमेंट की बेस्ट प्रैक्टिसेज को शामिल किया है। इंडस्ट्री की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों और चुनौतियों के साथ ही स्टूडेंट्स की कम्यूनिकेशन स्किल्स को डेवलप करने के लिए तीन सप्ताह का कंपलसरी इंडक्शन प्रोग्राम भी इसमें होगा।
बीबीए में स्टूडेंट्स को तीन साल का प्रोग्राम पूरा करने पर बीबीए और चार साल का कोर्स पूरा करने पर बीबीए ऑनर्स या बीबीए ऑनर्स विद रिसर्च की डिग्री मिलेगी। जिन विद्यार्थियों को रिसर्च फील्ड में जाना होगा, उनके लिए रिसर्च की डिग्री मिलेगी।
चार हजार से ज्यादा संस्थानों को अप्रूवल
इसी साल से एआइसीटीई ने बीबीए, बीसीए और बीएमएस सिलेबस को अपने दायरे में लिया है और अब इनके लिए कोर्स तैयार कर रहा है। एआइसीटीई अब तक चार हजार से ज्यादा संस्थानों को इसके लिए अप्रूवल भी दे चुका है।