हैलीपेड पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम ने कहा, वर्ष 2013 तक धान खरीदी ठीक हुई, क्योंकि उस समय मनमोहन सिंह की सरकार थी। इसके बाद जैसे ही डबल इंजन की सरकार आईं, तो सबसे पहले बोनस बंद कर दिया। हर साल का रेकॉर्ड देख लें। ये 55 लाख मीट्रिक (CM Baghel) टन से ज्यादा धान खरीदी नहीं की। जैसे ही हमारी सरकार आई पहले साल 80 लाख और बीते वर्ष 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की। छत्तीसगढ़ की जनता देख रही है कि कौन किसान के साथ खड़ा है।
केंद्र सरकार ने कहा था कि समर्थन मूल्य से एक रुपए भी ज्यादा नहीं देना है। इसके बाद ही हमने राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू की। अभी फिर अड़ंगा लगाकर 86 लाख मीट्रिक टन से 61 लाख मीट्रिक टन चावल और बायोमेट्रिक्स किया जा रहा है। यह किसानों (CM Bhupesh Baghel) के साथ भेदभाव है। भाजपा किसानों के साथ दुश्मनी निकाल रही है। भाजपा किसान विरोधी है। आय दोगुनी की बात कहीं थी। किसी की आय दोगुनी नहीं हुई। अब हम धान खरीदी कर रहे हैं, तो अड़ंगा लगा रहे हैं।
भाजपा की बोलती बंद CM Baghel attacked BJP: सीएम ने कहा, केंद्र ने केंद्रीय पूल में चावल की लिमिट घटा दी है। इसे 86 लाख मीट्रिक टन से कम कर 61 लाख मीट्रिक टन कर दिया है। भाजपा ने यह बोलना बंद कर दिया है कि धान हम खरीदते हैं। उत्तर प्रदेश में धान की खरीदी को सबसे बेहतर बताकर बायोमेट्रिक्स कर दिया है। जबकि मैं उत्तरप्रदेश में पूरे चुनाव के समय रहा। वहां किसान 1200 रुपए में धान बेचते थे। कौन खरीदता है और कौन बेचता है यह पता ही नहीं चलता।
सर्वर डाउन हुआ तो किसान होंगे परेशान सीएम ने कहा, केंद्र सरकार को छत्तीसगढ़ की भौगोलिक परिस्थितियों का ध्यान रखना चाहिए। यहां दूरस्थ अंचल हैं। वन क्षेत्र है। यदि यहां सर्वर डाउन हो गया, तो किसान परेशान हो जाएंगे। इसलिए इस व्यवस्था को लागू नहीं करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया है कि (CM Baghel attacked BJP) केंद्र सरकार धमकी दे रहा है कि यदि बायोमेट्रिक्स से धान नहीं खरीदेंगे, तो हम चावल नहीं लेंगे।