आखिर क्यों! बैलगाडिय़ां दौड़ती हैं, जैसे हो रेलगाड़ी
संक्रांति त्यौहार पर होती है यहां विशेष स्पर्धा।29 साल से हो रही है यह प्रतियोगिता।प्रदेशभर के प्रतिस्पर्धी होते हैं शामिल।
आखिर क्यों! बैलगाडिय़ां दौड़ती हैं, जैसे हो रेलगाड़ी
नेल्लोर (हैदराबाद) . संक्रांति त्यौहार पर जिले के कोवूर में बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यहां प्रतियोगिता कोवूर मंडलम के कोत्तुरु रोड स्थित अरविन्द राइस मिल के पास कोवूर बैल गाड़ी संघ की ओर से आयोजित की गई। गत 29 साल से यहां प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। हर साल इस प्रतियोगिता में राज्य भर से कई बैलगाडिय़ां इसमें भाग लेते हैं। प्रतियोगिता में राज्य भर से 18 बैलगाडिय़ों ने भाग लिया।
6.56 मिनिट में दौड़ पूर्णकर पाया प्रथम स्थान
इस साल की प्रतियोगिता में जिला के इंदुकूरपेट मंडलम के गंगापट्ट्नम प्रान्त के रहने वाले चामुंडेश्वरी सीफूड्स बैलगाड़ी ने दौड़ 6.56 मिनिट में पूर्णकर प्रथम स्थान पर रही और उसे 15,116 रुपए इनाम से पुरस्कृत किया गया। द्वितीय स्थान पर कोवूर के रहने वाले के प्रभाकर ने 7.05 मिनिट में दौड़ पूर्णकर द्वितीय स्थान और कोडवालूरु मंडलम के एडलापालम के गंगम्मा टल्ली बैल गाड़ी ने 7.16 मिनिट में दौड़ पूरी की। इस दौरान सभी विजेताओं की बैलगाड़ी दौड़ संघ के नेताओं ने सराहना की।
ताकि ना हो किसी को हानि
इस बार भी हर साल की तरह प्रतियोगिता शांतिपूर्वक सम्पन हुई। राज्य भर से भाग लेने वाले लोगों को भी किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो इसके लिए विशेष ध्यान रखा गया। दौड़ के समय सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। इससे किसी भी तरह लोगों को हानि ना हो। कार्यक्रम में स्थानीय प्रमुख अशोक कुमार रेड्डी व नरसिंहलू रेड्डी समेत अन्य लोग उपस्थित हुए।
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